कमजोर हाथों में प्रदेश का नेतृत्व, इसीलिए हो रहीं पेपर लीक जैसी घटनाएं : मुकेश अग्निहोत्री

Sunday, Oct 18, 2020 - 06:33 PM (IST)

ऊना (सुरेन्द्र): नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कंडक्टर भर्ती का पेपर लीक होने के मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि पेपर लीक होना अपने आप में शर्मनाक घटना है। हिमाचल प्रदेश में लगातार इस प्रकार की घटनाएं हो रही हैं और कोई सबक प्रदेश सरकार ने इन घटनाओं से नहीं लिया है, जो साबित करता है कि प्रदेश का नेतृत्व कमजोर हाथों में चला गया है। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री रविवार को हरोली विधानसभा क्षेत्र के कांगड़ में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। अग्निहोत्री ने कहा कि शिमला व सोलन के जिन केंद्रों से पेपर बाहर आया वहां मोबाइल कैसे पहुंचे? व्यवस्था क्यों पुख्ता नहीं थी, यह सवाल अधीनस्थ कर्मचारी चयन आयोग पर भी हैं। उन्होंने कहा कि अगर आयोग की परीक्षाओं में ही इस प्रकार की घटनाएं होंगी तो विभागीय परीक्षाओं पर तो भरोसा ही नहीं हो सकता।

उन्होंने कहा कि 60 हजार युवाओं ने कंडक्टर भर्ती के 598 पदों के लिए आवेदन किया। करीब 304 परीक्षा केंद्र बनाए गए और इस प्रकार की लापरवाही और पेपर लीक जैसी घटना ने बेरोजगारों के साथ धोखा किया। इस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस भर्ती, पटवारी भर्ती और अनेक अन्य मसलों पर सवाल उठ चुके हैं और युवाओं के साथ इस प्रकार का अन्याय सहन नहीं किया जा सकता।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अटल टनल पर उद्घाटन की पट्टिका के साथ शिलान्यास की पट्टिका को भी बिना देरी स्थापित करे, यदि प्रदेश की जयराम सरकार फटकार लगाने में विफल होती है तो प्रदेश में कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के पहले दिन ही यह पट्टिका उद्घाटन के समानांतर लगा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से पट्टिका को लगाया नहीं गया है उससे सरकार की नियत व नीति में खोट नजर आता है। जब भी प्रोजैक्ट पूरा होता है तो उद्घाटन व शिलान्यास की पट्टिकाएं लगाई जातीं लेकिन अटल टनल पर सिर्फ राजनीति करने व श्रेय लेने की होड़ में भाजपा सरकार ने ओछे हथकंडे अपनाए।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सरकारी कार्यक्रम को राजनीति करने का प्रयास किया और उनके भाषण में इस कार्यक्रम की गरिमा को कम किया। वहीं प्रदेश को खाली हाथ प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान रहना पड़ा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने रोहतांग टनल निर्माण के लिए सब मंजूरी व बजट यूपीए ने दिया और काम को शुरू कर कई किलोमीटर तक काम भी यूपीए सरकार ने किया। सोनिया गांधी यूपीए की चेयरपर्सन रही हैं और संवैधानिक पद पर। भाजपा सरकार ने तो सुरंग का नाम बदलने और श्रेय लेने का प्रयास किया है जबकि जनता असलियत जानती है।

उन्होंने कहा कि पंचायत व शहरी निकायों के चुनावों को समय पर करवाने चाहिए। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र की बुनियाद है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से प्रदेश सरकार काम कर रही है निश्चित रूप से पंचायत व शहरी निकाय चुनावों को लेकर गंभीरता नहीं दिख रही है। उन्होंने कहा कि अटल टनल पर भाजपा के कई नेताओं का ज्ञान ठीक नहीं है उन्हें अपना ज्ञान ठीक करना चाहिए और जानकारी को दुरुस्त करने के लिए सरकारी दस्तावेजों को देख लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि उद्योग मंत्री बिना जानकारी के अटल टनल पर हास्यास्पद बयान दे रहे हैं उन्हें हंसी का पात्र न बनते हुए जानकारी दुरुस्त करनी चाहिए।

Vijay