स्कूलों में घटिया वर्दी सप्लाई पर मुकेश अग्निहोत्री ने जयराम सरकार से मांगा जवाब

Tuesday, Dec 03, 2019 - 09:55 PM (IST)

धर्मशाला (ब्यूरो): नेता विपक्ष मुकेश अगिहोत्री ने स्कूलों में बच्चों को दी गई वर्दी की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए जयराम सरकार से जवाब मांगा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने 2 साल बाद स्कूली बच्चों को वर्दी बांटी लेकिन इसमें भी गुणवत्ता का ध्यान न रखकर स्कूली बच्चों के साथ मजाक कर डाला। तपोवन में आगामी शीत सत्र में यह मामला उठाया जाएगा। उन्होंने मंगलवार को अपने फेसबुक पेज पर स्कूली वर्दी की धुलाई का एक वीडियो भी पोस्ट किया है। उन्होंने कहा कि वीडियो में साफ दिख रहा है कि पहली ही धुलाई में वर्दी का रंग निकल रहा है।

3 माह तक फाइल दबाए बैठे रहे एक मंत्री

उन्होंने आरोप लगाया कि 2 साल तक स्कूली वर्दी को लेकर शिक्षा और नागरिक आपूर्ति महकमों में धींगामुश्ती चलती रही और दोनों विभागों के मंत्रियों की आपसी लड़ाई में एमडी बदले जाते रहे। उन्होंने कहा कि शिक्षा और नागरिक आपूर्ति विभाग के बीच लड़ाई किस बात को थी, वह अब सामने आ रहा है। उन्होंने कहा कि स्कूली वर्दी टैंडर एल-वन से खरीदी जानी थी। खाद्य आपूर्ति निगम ने भी यही सिफारिश की थी लेकिन एक मंत्री पर आरोप लगा कि वह करीब 3 माह तक इसकी फाइल दबाए बैठे रहे। इसके बाद जो टैंडर फाइनल हुआ, उसके अनुसार आपूर्ति की गई वर्दी की कथित गुणवत्ता आज सबके सामने है।

सरकारी स्कूलों के बच्चों का इसमें क्या दोष

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि सब स्टैंडर्ड वर्दी आपूर्ति करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे लेकिन इससे पहले मुख्यमंत्री बताएं कि सरकारी स्कूलों के बच्चों का इसमें क्या दोष है जोकि निजी स्कूलों के साथ प्रतिस्पर्धा के दौर में घटिया वर्दी पहनने पर विवश हैं। अग्रिहोत्री ने कहा कि शिकायतें यह भी मिल रही हैं कि सरकारी स्कूलों के छात्रों को बांटे स्कूली बैग की सिलाई भी कुछ दिनों में ही उधडऩे लग पड़ी है।

फर्म को करो ब्लैक लिस्ट

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि स्कूली वर्दी की खरीद करीब  57 करोड़ 89 लाख 13 हजार 811 रु पए में हुई है। इसके तहत वर्दी के करीब 8 लाख 30 हजार 945 सैट खरीदे गए। उन्होंने कहा कि सरकार संबंधित फर्म को ब्लैक लिस्ट कर सारी वर्दियां वापस लौटाए। साथ ही आपराधिक मामला भी दर्ज करवाए ताकि भविष्य में कोई छात्रों से खिलवाड़ न कर सके। वर्दियों की गुणवत्ता परखने वालों पर भी कार्रवाई हो।

जांच करवाए सरकार : राठौर

उधर, प्रदेश कांग्रेस प्रधान कुलदीप राठौर ने शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में स्कूली छात्रों को दी गई स्मार्ट वर्दी की गुणवत्ता पर उठे सवाल पर कहा कि सरकार यदि पाक-साफ  है तो वर्दी की गुणवत्ता पर उठ रहे सवालों की निष्पक्ष जांच करवाई जाए। उन्होंने चेताते हुए कहा कि यदि सरकार ऐसा कदम नहीं उठाती है तो कांग्रेस दूसरे विकल्प को देखेगी।

वर्दी की गुणवत्ता में खोट नहीं : शिक्षा मंत्री

शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने सरकारी स्कूलों में बांटी गई वॢदयों की गुणवत्ता घटिया होने के आरोप खारिज किए हैं। उन्होंने कहा कि स्कूली वर्दी के सैटों की बाकायदा देश की सबसे बड़ी श्रीराम लैब से टैस्टिंग करवाई गई है। टैस्टिंग में खरा उतरने के बाद ही टैंडर दिया गया। वर्दी का रंग उतरने के एक-दो मामले सामने आए हैं। इनकी जांच की जा रही है जिसके बाद अगली कार्रवाई होगी।

Vijay