हिमाचल को विशेष राज्य का दर्जा है या नहीं, स्पष्ट करे जयराम सरकार : मुकेश अग्निहोत्री

punjabkesari.in Thursday, Nov 28, 2019 - 10:56 PM (IST)

ऊना (सुरेन्द्र): ऊना-हमीरपुर रेल लाइन के बजट को लेकर किए अपने इंकार पर पुनर्विचार करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को इसका हल तलाशना चाहिए ताकि इस रेल लाइन का प्रोजैक्ट सिरे चढ़ सके। यह बात यहां जारी बयान में नेता विपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री ने कही। उन्होंने कहा कि विकास के कार्यों में बजट की कमी आड़े नहीं आनी चाहिए। रेल परियोजनाओं पर विशेष रूप से फोकस के साथ कार्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिमाचल एक पहाड़ी प्रदेश है और पहाड़ी प्रदेश को उदार मन के साथ केंद्र को सहायता देनी चाहिए। ऐसी शर्ते नहीं लगाई जानी चाहिए, जिन्हें पूरा करने में प्रदेश असमर्थ हो।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के रुख से ऐसा भी नहीं होना चाहिए कि प्रोजैक्ट ही हाथ से निकल जाए। केंद्र सरकार के समक्ष पहाड़ी प्रदेश का मसला रेल प्रोजैक्ट को लेकर उठाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर को भी केंद्र सरकार के साथ इस रेल प्रोजैक्ट के साथ-साथ अन्य रेल लाइन पर केंद्रीय मदद को लेने के लिए पहाड़ी प्रदेश का पक्ष मजबूती के साथ रखकर बजट का कोई हल निकालना चाहिए अन्यथा रेल लाइन एक घोषणा ही बनकर रह जाएगी।

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा प्राप्त है और केंद्र सरकार हिमाचल की योजनाओं में 50-50 की शर्त लगा रही है। प्रदेश सरकार स्पष्ट करे कि हिमाचल को विशेष दर्जा प्राप्त है या नहीं? क्यों 90-10 की रेशो से बजट नहीं आ रहा है? उन्होंने कहा कि नंगल से तलवाड़ा रेललाइन को कांग्रेस पार्टी के समय स्वीकृत किया गया था और स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने इस प्रोजैक्ट को हरी झंडी दी थी। ऊना तक इसे कांग्रेस कार्यकाल के दौरान ही पहुंचा दिया गया था। मोदी कई बार इस रेललाइन का जिक्र हिमाचल आकर कर चुके हैं लेकिन कभी भी एकमुश्त बजट इस रेललाइन को पूरा करने के लिए नहीं दिया गया है, यह भाजपा का दोहरा चरित्र है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस रेल लाइन के लिए एकमुश्त बजट दे।

उन्होंने कहा कि पठानकोट से जोगिंद्रनगर की छोटी रेललाइन को ब्रॉडगेज करने का मामला कई बार उठा है। इस पर भी उचित निर्णय लेकर कार्य शुरू करवाना चाहिए। ऊना से होशियारपुर के लिए रेललाइन का मामला ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है। जेजों से ऊना रेललाइन का मामला उठाया गया है। एक बार यह रेलवे बजट में भी डाला जा चुका है, ऐसे में ऊना से जेजों बाया टाहलीवाल रेललाइन जुड़े, इसका पहल के आधार पर प्रयास होना चाहिए ताकि औद्योगिक क्षेत्र को भी जोड़ा जा सके। चंडीगढ़ से बद्दी रेल लाइन अभी कागजों में है, तो वहीं लेह तक रेल लाइन पहुंचाने की बातें करने का शोर मचाया गया लेकिन भानुपल्ली-बिलासपुर रेल लाइन का कार्य भी अधर में है। रेल प्रोजैक्ट पर डबल इंजन की सरकार हिमाचल के साथ धोखा कर रही है।


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Vijay

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