मुकेश अग्रिहोत्री बोले-धर्मशाला को दूसरी राजधानी बनाने की पक्षधर रही है कांग्रेस

Tuesday, Oct 15, 2019 - 10:59 PM (IST)

धर्मशाला (नरेश): उपचुनाव की तारीख नजदीक आते भाजपा व कांग्रेस कुछ मुद्दों को लेकर आमने-सामने आ गई हैं। इसके चलते धर्मशाला में राजनीतिक गलियारे उतने ही गर्म होते जा रहे हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस ने भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार के दूसरी राजधानी को लेकर दिए बयान को लेकर भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस इस मुद्दे पर सरकार व मंत्रियों से स्थिति स्पष्ट करने की बात कह रही है। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री ने भाजपा को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी धर्मशाला में दूसरी राजधानी की पक्षधर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने ही धर्मशाला को दूसरी राजधानी घोषित किया था व इसकी अधिसूचना भी जारी की थी।

भावनात्मक एकता रखना था कांग्रेस का मकसद

उन्होंने कहा कि धर्मशाला को दूसरी राजधानी बनाना कांग्रेस का मकसद भावनात्मक एकता रखने के लिए था। उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में भाजपा की पहली सरकार बनी थी उस समय से ही भाजपा के नेता ने दूसरी राजधानी की बातें करना शुरू कर दी थीं तथा उस समय सुंदरनगर या जाहू को दूसरी राजधानी बनाने की मांग कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस की पूर्व सरकार ने निचले हिमाचल के लोगों को फायदा देने के लिए धर्मशाला को दूसरी राजधानी घोषित कर दिया तो क्यों भाजपा मुंह फेर रही है जबकि दूसरी राजधानी की मांग भाजपा ने ही उठार्ई थी।

निचले हिमाचल के कई मुद्दों से मुंह फेर रही भाजपा

उन्होंने कहा कि दूसरी राजधानी के ही मुद्दे ही नहीं बल्कि निचले हिमाचल के कई मुद्दों से भाजपा मुंह फेर रही है। प्रदेश में सभी हलकों में एकता को लेकर मुख्यमंत्री शीतकालीन प्रवास पर कांगड़ा, चम्बा व अन्य जिलों में आते थे लेकिन उससे भी भाजपा ने मुंह मोड़ लिया है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने माना है कि धर्मशाला में विकास की कमी रही है जबकि कांग्रेस पहले से ही भाजपा पर आरोप लगा रही है कि पूरे प्रदेश में ही भाजपा विकास करवाने में नाकामयाब रही है।

दूसरी राजधानी की तर्ज पर धर्मशाला को दीं कई परियोजनाएं

उन्होंने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार ने दूसरी राजधानी घोषित करने से पहले ही धर्मशाला को कई परियोजनाएं दी थीं जोकि दूसरी राजधानी के लिए जरूरी थीं, जिसमें नगर निगम का दर्जा, स्मार्ट सिटी, केंद्रीय विश्व विद्यालय, दलाईलामा, विधानसभा भवन आदि के चलते ही कांग्रेस ने दूसरी राजधानी घोषित किया था।

Vijay