रमेश धवाला के बाद अब सांसद किशन कपूर नाराज, जानिए क्या है वजह

Friday, Jun 12, 2020 - 11:45 PM (IST)

धर्मशाला (ब्यूरो): जिला कांगड़ा में भाजपा के भीतर सब कुछ सही नहीं चल रहा है। कांगड़ा में हुई गुप्त बैठक के बाद से पार्टी के भीतर मचा बवाल शांत नहीं हो पा रहा है। जिला कांगड़ा की अनदेखी के लगातार लगते आरोपों व संगठन में अंतर्कलह को दूर करने की खातिर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने आवास पर बैठक बुलाकर पार्टी विधायकों में बढ़ता रोष थामने का प्रयास किया लेकिन बीते अढ़ाई साल से अपमान का घूंट पी रहे वरिष्ठ विधायक रमेश धवाला के सब्र का पैमाना छलक गया और उन्होंने बीते 2 साल में दूसरी बार संगठन मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।

टिकट को लेकर संगठन से नाराज चल रहे कपूर

वहीं धवाला के बाद कांगड़ा-चम्बा के सांसद किशन कपूर भी पार्टी में अपनी लगातार उपेक्षा के चलते नाराज बताए जा रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि सांसद बनने के बाद किशन कपूर अपनी ही पार्टी में बेगाना महसूस कर रहे हैं। धर्मशाला उपचुनाव में अपनी मर्जी से टिकट न दिए जाने के बाद से कपूर प्रदेश संगठन से नाराज चल रहे हैं। कभी धर्मशाला मंडल भाजपा का चेहरा माने जाने वाले किशन कपूर बीते लंबे अरसे से अपने ही गृहक्षेत्र में उपेक्षित हो रहे हैं।

राष्ट्रीय प्रवक्ता की पत्रकार वार्ता में नहीं बुलाया

ताजा मामला पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नलिन कोहली की धर्मशाला में वीरवार को हुई पत्रकार वार्ता का है, जिसमें पार्टी के अन्य सभी बड़े नेता मौजूद रहे लेकिन किशन कपूर को नहीं बुलाया गया। वहीं शुक्रवार को भी धर्मशाला मंडल भाजपा की वर्चुअल रैली में सांसद को आमंत्रित नहीं किया गया, जिसे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने संबोधित किया।

उचित समय पर उठाऊंगा मामला

सांसद किशन कपूर ने कहा कि राष्ट्रीय प्रवक्ता की पत्रकार वार्ता व मंडल भाजपा की वर्चुअल रैली को लेकर मुझे कोई न्यौता नहीं मिला। पार्टी का वरिष्ठ सांसद होने के बावजूद मेरी उपेक्षा की जा रही है, जिसे लेकर मैं आहत हूं। यह मसला उचित समय पर उचित मंच पर उठाऊंगा।

रविंद्र रवि भी झेल रहे उपेक्षा का दंश

वहीं भाजपा सरकार बनने के बाद से पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के नजदीकी पूर्व मंत्री रविंद्र रवि भी सियासी नेपथ्य में भेज दिए गए हैं। बीते साल पत्र बम प्रकरण को लेकर तो उन्हें पुलिस थाने के चक्कर लगाने पड़े। इसके अलावा कांगड़ा में कांग्रेस से भाजपा में आए 2 नेताओं के बढ़ते दखल से पुराने नेता व कार्यकर्ता अंदर ही अंदर नाराज चल रहे हैं। नगरोटा बगवां, फतेहपुर व इंदौरा में भी कमोबेश यही हालात हैं।

Vijay