सोलंगनाला से अटल टनल के बीच एवलांच के साये में हो रही आवाजाही

Tuesday, Dec 01, 2020 - 11:42 PM (IST)

मनाली (सोनू): अटल टनल बनने से लाहौल सालभर के लिए मनाली से जुड़ गया है लेकिन राहें अभी भी आसान नहीं हैं। मंगलवार को भी सुबह 10 बजे के लगभग हल्का सा एवलांच हुआ। बीआरओ ने हालांकि सड़क से बर्फ  हटाकर सफर सुरक्षित कर दिया है लेकिन अब साऊथ पोर्टल के पास एवलांच के आने का खतरा लगातार बना हुआ है। मनाली-केलांग के बीच दर्जनों एवलांच वाले क्षेत्र हैं, जहां सर्दियों में एवलांच आते रहते हैं। अटल टनल के साऊथ पोर्टल में सोलंगनाला से टनल तक 13 से अधिक एवलांच प्वाइंट चिन्हित हैं। 10 वर्षों के भीतर इन स्थानों में 600 से अधिक एवलांच गिर चुके हैं।

नॉर्थ पोर्टल से केलांग तक भी सफर सुरक्षित नहीं

सर्दियों में टनल निर्माण जारी रखने के लिए स्ट्रॉबेग और एफकॉन कंपनी ने अपनी 7 सदस्यों की रैस्क्यू टीम गठित की थी, जो एवलांच पर नजर रखती थी लेकिन अटल टनल का निर्माण हो जाने के बाद अब कंपनी ने रैस्क्यू टीम हटा दी है। अटल टनल के नॉर्थ पोर्टल से केलांग तक भी सफर सुरक्षित नहीं है। गुफा होटल, सिस्सू, गोंदला, दालंग, आर्मी कैम्प, मूलिंग पुल व तांदी पुल सहित दर्जनों जगह एवलांच आते हैं। नेहरू कुंड से धुंधी टनल तक जगह-जगह सर्दियों में एवलांच गिरते हैं। हिम तथा आवधाव अध्ययन संस्थान (सासे) की मानें तो 10 वर्षों में इन स्थानों पर 600 से अधिक एवलांच आ चुके हैं। हालांकि सासे की मदद से इस खतरे से बचा जा सकता है लेकिन उसके लिए प्रशासन को गंभीरता दिखानी होगी और राहगीरों को भी सतर्क रहना होगा।

राहगीरों की राहें आसान नहीं

बीआरओ ने मनाली-केलांग मार्ग को सर्दियों में बहाल रखने की बात कही है लेकिन राहगीरों की राहें आसान नहीं होंगी। एवलांच हर समय सफर को जोखिम भरा बनाए रखेगा। स्ट्राबेग व एफकॉन कंपनी ने अपनी रैस्क्यू टीम हटा दी है, ऐसे में अब लाहौल-स्पीति व कुल्लू प्रशासन को पूरे आधुनिक उपकरणों के साथ अपनी रैस्क्यू टीम गठित करनी होगी ताकि एवलांच से किसी की जान न जा सके।

हालात देखकर ही मिलेगी वाहनों को आने-जाने की अनुमति

मनाली के एसडीएम रमन घरसंगी ने कहा कि एवलांच के खतरे से निपटने को सोलंगनाला में रैस्क्यू टीम स्थापित की जाएगी। उन्होंने बताया कि हर साल रोहतांग के मढ़ी में रैस्क्यू टीम स्थापित होती थी लेकिन अब टनल निर्माण के बाद मढ़ी में जरूरत नहीं रही है। यही टीम सोलंगनाला में स्थापित की जा रही है, बाद में टीम को धुंधी एफकॉन कॉम्पलैक्स में स्थापित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि एवलांच से निपटने को सासे की भी मदद ली जाएगी। सर्दियों में हालात को देखकर ही वाहनों को आने-जाने की अनुमति रहेगी।

Vijay