पहाड़ों की रानी में जाखू रोप-वे के शुरू होने की जगी उम्मीद, जल्द ही खूबसूरती को निहारेंगे पर्यटक

Sunday, Feb 26, 2017 - 10:31 AM (IST)

शिमला: जाखू रोप-वे की इस वर्ष समर सीजन में शुरू होने की उम्मीद जगी है। इस रोप-वे के निर्माण में लगी कंपनी तमाम औपचारिकताएं शीघ्र पूरी करने में जुट गई है। जाखू रोप-वे के लिए बिजली के कनैक्शन को लेकर भी आगामी दिनों में प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। एक्सपर्ट्स की टीम जाखू रोप-वे का एक बार फिर निरीक्षण करेगी। सूत्रों के अनुसार बिजली के कनैक्शन को लेकर औपचारिकताएं पूरी होने पर एक्सपर्ट्स की टीम जाखू रोप-वे का निरीक्षण करेगी। इसके अलावा रोप-वे की तमाम व्यवस्थाओं का जायजा लेने के बाद अपनी रिपोर्ट प्रदेश सरकार को सौंपेगी। संभावना है कि अगले सप्ताह के अंत तक एक्सपर्ट्स की टीम जाखू रोप-वे के निरीक्षण के लिए आ सकती है। इस निरीक्षण प्रक्रिया के दौरान कमेटी सभी पहलुओं पर गौर करेगी।


जाखू रोप-वे का निर्माण कार्य हुआ पूरा
बताते हैं कि बीते वर्ष एक्सपर्ट्स की टीम ने जाखू रोप-वे के निरीक्षण के दौरान कुछ कार्य करने को कहा था और अब अगले निरीक्षण के दौरान उन पहलुओं की भी समीक्षा होगी। जाखू रोप-वे का निर्माण कार्य पूरा हो गया है और इन दिनों ट्रायल प्रक्रिया अमल में लाई जा रही है। इसकी ट्रायल प्रक्रिया के तहत शनिवार को दोनों रोप पर 1-1 कैबिन चलाए गए। जाखू रोप-वे पर शुरूआती दौर में 4 कैबिन ही चलाए जाएंगे। इसकी शुरूआत होने पर दोनों रोप पर 2-2 कैबिन चलाए जाएंगे। हालांकि जाखू रोप-वे के लिए कुल 8 कैबिन आए हैं लेकिन सभी कैबिनों को रोप से नहीं जोड़ा जाएगा। सूत्रों के अनुसार जाखू रोप-वे के निर्माण में लगी कंपनी ने अभी रोप-वे से कुल 4 कैबिन लगाने का निर्णय लिया है। यानी कि 2 कैबिन जाखू से यू.एस. क्लब गेट तक चलाए जाएंगे जबकि 2 कैबिन यू.एस. क्लब के समीप बने टर्मिनल से जाखू मंदिर के समीप बने टर्मिनल तक चलाए जाएंगे। 


रोप-वे के लिए विशेषतौर पर स्विट्जरलैंड से मंगवाए गए हैं कैबिन
जाखू रोप-वे में पारदर्शी कैबिन लगाए जाएंगे। पारदर्शी कैबिन से सफर करते समय लोग पहाड़ों की रानी की खूबसूरती को भी निहार सकेंगे। कैबिन के चारों ओर शीशे लगाए जाएंगे ताकि रोप-वे के सफर के दौरान लोग बाहरी दृश्य का आनंद उठाते हुए इन्हें अपने कैमरे में कैद कर सकें। जाखू रोप-वे के लिए तैयार किए गए कैबिन में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इस रोप-वे के लिए विशेषतौर पर कैबिन स्विट्जरलैंड से मंगवाए गए हैं। रोप-वे का संचालन मोनो केबल जिगबैक सिस्टम पर होगा। रोप-वे की विशेष वायर भी स्विट्जरलैंड से मंगवाई गई है। 


रैस्क्यू मॉकड्रिल भी हो चुकी है
जाखू रोप-वे के संचालन के लिए सुरक्षा की दृष्टि से सभी पहलुओं को गंभीरता से लिया जा रहा है। इसी के तहत बीते वर्ष अक्तूबर माह में रैस्क्यू मॉकड्रिल की गई थी। बीते वर्ष 19 अक्तूबर को जाखू रोप-वे में आपात स्थिति से निपटने के लिए रैस्क्यू मॉकड्रिल की गई थी। यह पूरा रैस्क्यू ट्रायल व मॉकड्रिल लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में किए गए थे। इस दौरान रोप-वे में बीच में फंसने की सूरत में लोगों को रैस्क्यू करने का अभ्यास किया गया था। 


आग से निपटने के लिए व्यापक प्रबंध
जाखू रोप-वे के 12 मंजिला भवन में आग लगने की स्थिति से निपटने के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। इसके लिए भवन के ग्राऊंड फ्लोर के समीप पानी का टैंक निर्मित किया गया है। सूचना के अनुसार इस पानी के टैंक में 1 लाख लीटर पानी स्टोरेज की क्षमता है। इसमें आग लगने जैसे आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए यह पानी का टैंक सहायक सिद्ध होगा। इस पानी के टैंक से 12 मंजिला भवन की ऊपरी मंजिल तक पानी की पाइपें बिछा दी गई हैं। इसके अलावा जाखू रोप-वे के अप्पर टर्मिनल पर भी सुरक्षा के लिए व्यापक कदम उठाए गए हैं और यहां पर पानी का अलग से कनैक्शन लिया गया है ताकि जाखू रोप-वे के अप्पर टर्मिनल में आग जैसी आपात स्थिति से निपटा जा सके।