विश्व के सबसे ऊंचे पोलिंग बूथ हिक्किम में 84% मतदान

Friday, Nov 10, 2017 - 04:31 PM (IST)

केलांग: विश्व के सबसे ऊंचे मतदान केंद्र पोलिंग बूथ हिक्किम में चुनाव के दिन मतदाताओं का ऐसा नजारा देखने को मिला जिसे पढ़कर आप भी सोचने पर मजबूर हो जाएंगे। इन मतदाताओं ने माइनस आठ डिग्री तापमान में पोलिंग बूथ पर वोट किया। यह पोलिंग बूथ केलांग के 14,567 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। इस बात की पुष्टि जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डी.सी. लाहौल-स्पीति देवा सिंह नेगी ने की है। उन्होंने बताया कि यहां 84.2 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। इस मतदान केन्द्र में कुल 194 मतदाताओं में से 163 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया जिनमें से 84 पुरुष तथा 79 महिलाओं ने मत डालकर लोकतंत्र के सबसे बड़े महापर्व में भाग लिया। 


हल्की बर्फबारी के बावजूद मतदाताओं में नजर आया विशेष उत्साह
उन्होंने बताया कि शाम 5 बजे तक मिली सूचना के अनुसार जिला में लगभग 74 प्रतिशत मतदान होने की सूचना है तथा कुछ मतदान केंद्रों में लोग मतदान के लिए लाइनों में खड़े थे। कई जगह संचार नैटवर्क की समस्या होने के कारण कई मतदान केन्द्रों से मतदान की पूरी जानकारी प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि जिला में लगभग 75 प्रतिशत से अधिक मतदान होने की उम्मीद है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि जिला की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों तथा पहाड़ों पर कल शाम हुई हल्की बर्फबारी के बावजूद मतदाताओं में विशेष उत्साह नजर आया। हालांकि सुबह कुछ जगहों पर वी.वी. पैट मशीनों में तकनीकी खराबी की शिकायतें आने की वजह से चुनाव में थोड़े समय के लिए रुकावट हुई लेकिन जिला प्रशासन ने वी.वी. पैट में आई तकनीकी खराबी को तुरन्त ठीक करवा कर इन मतदान केंद्रों में मतदान को सुचारू रूप से शुरू करवाया। 


जिला में कुल 93 मतदान केंद्र
उल्लेखनीय है कि जिला में कुल 93 मतदान केंद्र बनाए गए थे जिनमें से 63 मतदान केंद्र लाहौल क्षेत्र के अंतर्गत तथा 30 पोलिंग बूथ स्पीति घाटी के तहत स्थापित किए गए थे। जिला की स्पीति घाटी के कीह में स्थित वृद्धाश्रम में रह रहे वृद्ध मतदाताओं की सुविधा के लिए बनाए गए मतदान केंद्र में लगभग 91 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ। इस मतदान केंद्र में 18 महिला तथा 2 पुरुष मतदाताओं ने मतदान में भाग लिया। नेगी ने बताया कि जिला के सभी मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्ण मतदान संपन्न हुआ है। कुछ मतदान केन्द्रों में संचार नैटवर्क न होने के बावजूद जिला प्रशासन द्वारा पुलिस की मदद से वायरलैस व सैटेलाइट फोन से मतदान केंद्रों से सूचना एकत्रित करने के इंतजाम किए गए थे।