लेह में फंसे 100 से अधिक वाहन, बारालाचा दर्रे की बहाली का इंतजार

Friday, Nov 09, 2018 - 09:53 PM (IST)

मनाली: वीरवार को बारालाचा दर्रे में हुई बर्फबारी से रोहतांग दर्रे सहित बारालाचा दर्रा बंद हो गया था, जिस कारण मनाली से लेह गए वाहन लेह में फंस गए थे। रोहतांग दर्रे के बहाल करते ही लाहौल में फंसे सैंकड़ों वाहन चालकों को तो राहत मिल गई लेकिन लेह में अभी भी 100 से अधिक वाहन फंसे हुए हैं। मनाली और लाहौल के 14 पर्यटक वाहन भी लेह में फंस गए हैं। इन सभी वाहन चालकों को बारालाचा दर्रे की बहाली का इंतजार है। अगर बी.आर.ओ. बारालाचा दर्रे को बहाल नहीं करता है तो इन वाहन चालकों को लेह से श्रीनगर जम्मू होते हुए मीलों दूरी तय कर मनाली लौटना पड़ेगा। लेह में फंसे अधिकतर वह वाहन हैं जो सेना की रसद लेकर मनाली होते हुए लेह गए थे।

दर्रा बहाल न हुआ तो 600 किलोमीटर करना होगा अतिरिक्त सफर  
अधिकतर ट्रक लेह के उपसी में फंसे हुए हैं। इन वाहन चालकों को अगर वाया श्रीनगर-जम्मू होते हुए आना पड़ा तो इन्हें 600 किलोमीटर की अधिक दूरी तय करनी पड़ेगी। हालांकि लेह-श्रीनगर मार्ग के जोजिला पास दर्रे में भी भारी हिमपात हुआ है लेकिन वहां बी.आर.ओ. की हिमांक परियोजना ने उसे बुधवार को बहाल कर लिया था। लेह में फंसे मनाली के वाहन चालकों दोरजे, विशाल और टशी सहित पर्यावरण प्रेमी किशन ठाकुर ने बताया कि लेह के मनालो में 14 पर्यटक वाहन फंस गए हैं। उन्होंने बी.आर.ओ. से आग्रह किया कि बारालाचा दर्रे को शीघ्र बहाल किया जाए ताकि वे सरचू होते हुए अपने घर पहुंच सकें।

बर्फीली हवाओं ने बढ़ाई दिक्कत
दूसरी ओर रोहतांग मार्ग में बर्फीली हवाओं ने बी.आर.ओ. की दिक्कतों को बढ़ा दिया है। हवा से बर्फ  सड़क पर आ रही है जिससे मार्ग बार-बार बाधित हो रहा है। इस दौरान घंटों ट्रैफिक जाम भी लग रहा है। बी.आर.ओ. ने दर्रे में अपनी मशीनरी स्थापित कर दी है। डोजर चालक मार्ग में वाहनों की आवाजाही सुचारू रखे हुए हंै।  सीमा सड़क संगठन के कमांडर कर्नल ए.के. अवस्थी ने बताया कि प्रशासनिक तौर पर मनाली-लेह मार्ग 15 अक्तूबर को बन्द कर दिया गया है, फिर भी मौसम ने साथ दिया तो बी.आर.ओ. बारालाचा दर्रे को बहाल करने का प्रयास करेगा।

Vijay