अधिक तनाव बन रहा मौत का कारण, इस माह अब तक 8 लोगों ने की आत्महत्या

punjabkesari.in Saturday, Aug 21, 2021 - 10:29 AM (IST)

धर्मशाला (ब्यूरो) : अधिक तनाव के चलते लोग समस्याओं से निजात पाने की बजाय मौत को गले लगा रहे हैं। जिला कांगड़ा में आत्महत्याओं के आंकड़े यह साफ बता रहे हैं कि लोग समस्याओं में फंसकर बहुत जल्दी जीवनलीला समाप्त कर रहे हैं। जिला कांगड़ा में अगस्त माह की बात करें तो अब तक 8 लोगों ने आत्महत्या की है। इसमें वीरवार को एक ही दिन में 5 लोगों द्वारा आत्महत्या करने के मामले भी शामिल हैं। मनोचिकित्सक की मानें तो कई मामले प्रेम प्रसंग के भी देखने को मिल रहे हैं, जिसमें लोग दुविधा में आ जाते हैं और आत्महत्या जैसे संगीन कदम उठा लेते हैं। मनोचिकित्सक के अनुसार आजकल लोगों में विश्वास की कमी के कारण ही यह प्रवृत्ति ज्यादा देखने को मिल रही है। चिकित्सकों का कहना है कि पारिवारिक कारण भी आत्महत्या की ओर जाने के लिए मजबूर कर देते हैं। इसके अलावा नशे का सेवन करने वाले व्यक्तियों में भी इस प्रकार की समस्या अधिकतर देखने को मिली है। चिकित्सकों की मानें तो नशे का आदी व्यक्ति निर्णय लेने की क्षमता नहीं रख पाता है और इस प्रकार का कदम उठा लेता है।

अब तक यहां सामने आए आत्महत्या के मामले

अगस्त माह में जिला कांगड़ा के अलग-अलग क्षेत्रों से आत्महत्या के मामले सामने आए हैं। इसमें अगस्त की शुरुआत में इंदौरा में विवाहिता द्वारा जहरीला पदार्थ खाने से मौत हो गई थी। वहीं शाहपुर में युवती ने जहरीला पदार्थ खाकर इहलीला समाप्त कर ली थी। इसके साथ ही इस वीरवार को संसारपुर टैरेस में पति-पत्नी ने आत्महत्या कर ली थी। जबकि उत्तर प्रदेश के निवासी सेना के जवान और कालापुल के पास होटल में ऊना के महिला व पुरुष ने आत्महत्या करके अपनी जान गंवाई। शुक्रवार को भी कांगड़ा में एक प्रवासी द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। टांडा के मनोचिकित्सक विभाग के एचओडी डाॅ. मेजर सुखजीत सिंह ने कहा कि लोगों को संयम से काम लेना चाहिए। परिस्थितियों का मूल्यांकन सही ढंग से करना चाहिए, ताकि किसी प्रकार की अप्रिय कदम न उठाएं। अपनी परेशानियों को परिजनों व दोस्तों के साथ सांझा करना चाहिए ताकि परेशानी का हल मिल सके। 
 


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Content Writer

prashant sharma

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