चिकनी खड्ड में जहरीले पानी से मरी लाखों मछलियां, बढ़ा महामारी का खतरा

Saturday, Jul 06, 2019 - 10:50 AM (IST)

नालागढ़(आदित्य) : औद्योगिक क्षेत्र बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ में प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। यह प्रदूषण कंपनियों से छोड़े जा रहे दूषित धुएं व कैमिकल युक्त पानी से हो रहा है। कई बार गांववासी भी कंपनियों से नदियों व खेतों में छोड़े जा रहे गंदे पानी की शिकायत लेकर प्रशासन के पास पहुंचते हैं लेकिन इसके बाद भी कोई कार्रवाई नजर नहीं आ रही है। मानसून की पहली बरसात में ही नालागढ़ के चिकनी खड्ड में लाखों मछलियां मर गई हैं। लोगों का कहना है कि पिछली बरसात के दौरान खड्ड के साथ लगती कंपनियों ने रसायनयुक्त पानी खड्ड में छोड़ दिया जिससे ऐसा हुआ है। अचानक मछलियों के मरने से नदी के किनारे दुर्गंध का वातावरण बन गया है।

इसी नदी का पानी लोगों के खेतों में जाता है। जिससे यहां पर महामारी फैलने का खतरा बना हुआ है, वहीं यह पानी लोग बोरवैल के माध्यम से पीने के लिए प्रयोग करते हैं जिससे उनके स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पडऩे वाला है, वहीं सूचना मिलते ही प्रदूषण बोर्ड के जेई मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू कर दी है। पानी का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जाएगा। नालागढ़ के साथ लगती चिकनी खड्ड में बीती रात बारिश की आड़ में कुछ उद्योगों से रसायनयुक्त पानी छोड़ा गया जिससे यह मछलियां मरी हैं। सैंकड़ों की संख्या में होने से इन मछलियों को पक्षी व दूसरे जानवर खा रहे है।

नदी के साथ लोग मुंह पर रुमाल रखकर जा रहे हैं। नदी से ही नालागढ़ के अधिकांश गांवों व पंचायतों को रास्ता निकलता है। ढांग निहली के पूर्व प्रधान जगदीश सैणी, हरपाल सिंह, सतनाम सिंह, गुरनाम सिंह, अवतार सिंह, देवराज नेगी, गुरप्रीत सिंह, जीत सिंह, हरप्रीत सिंह व इन्द्रजीत सिंह सोनू ने बताया कि जैसे ही बारिश होती है कुछ उद्योग अपना गंदा पानी बारिश के पानी के साथ छोड़ देते हैं। यह पानी कैमिकल युक्त होने से पानी में मछलियां व अन्य जीव जंतु मर रहे हैं।
 

kirti