दुनाड़-खखड़ी में 8 लाख से बने वाटर फिल्टर बैड में मरे पड़े बंदर

Tuesday, Oct 16, 2018 - 03:20 PM (IST)

तीसा : चुराह उपमंडल की ग्राम पंचायत तीसा-प्रथम के ग्रामीणों को नाले का पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा है। इस पंचायत के दायरे में आने वाले गांव बुईन, खखडी, क्लोनी व राजकीय कालेज तीसा तथा साथ लगते प्राथमिक स्कूल बुईन तथा प्राथमिक स्कूल खखड़ी में अर्से से नाले के पानी की आपूर्ति हो रही है। एक साल पहले इस लाइन के लिए दुनाड़ में फिल्टर बैड का भी निर्माण किया गया लेकिन फिल्टर बैड का प्रयोग आज तक नहीं किया गया। इस वजह से ही मजबूरन लोगों को नाले का गंदा पानी-पीने को मजबूर होना पड़ रहा है।

स्थानीय निवासी किशोर कुमार, देवी सिंह, नीरज कुमार, परस राम, हरीश कुमार, देवी सिंह, दीप्पू, तेज सिंह, ठाकुर दास व जीवन का कहना है कि यह पानी दुनाड़ स्रोत से आ रहा है जो 25 किलोमीटर दूर स्थित है। फिल्टर बैड से पेयजल आपूर्ति न होने से इन्हें सीधे नाले का पानी दिया जा रहा है। इस कारण बारिश होने पर घरों में मटमैला पानी आता है तो वहीं कई बार कीड़े भी पेयजल पाइपों के माध्यम से घरों के नलों तक पहुंच जाते हैं। उन्होंने अफसोस जताया कि जब लोगों को साफ पेयजल सुविधा मुहैया करवाने के लिए सरकारी धन खर्च कर फिल्टर बैड बनाया गया तो इसे अभी तक शुरू क्यों नहीं किया गया है। दूसरी बात यह भी है कि पानी का कोई अन्य स्रोत नजदीक न होने के कारण ग्रामीणों को न चाहते हुए भी गंदा  पानी पीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इस स्थिति के चलते इस पेयजल पाइप लाइन के माध्यम से अपनी प्यास बुझाने वाले लोगों को कई बार जल जनित रोगों का सामना करने के लिए मजबूर होना पड़ता है।

दुनाड़-खखड़ी पाइपलाइन के लिए फिल्टर बैड का निर्माण विभाग द्वारा करवाया गया है। इस बैड के निर्माण पर 8 लाख रुपए के करीब पैसा खर्च किया गया है। इसके तैयार होने से पूर्व तो विभाग जल्द लोगों को साफ पेयजल सुविधा मुहैया करवाने की बात करता रहा लेकिन अब इस फिल्टर बैड को तो विभाग भूल ही गया है। यही वजह है कि अब यह फिल्टर बैड टैंक बारिश के पानी से भर चुका है और इसमें कई बंद मरे हुए हैं, ऐसे में न सिर्फ चारों तरफ सड़ांध फैली हुई है बल्कि यह खुला टैंक कभी भी किसी अप्रिय घटना का कारण बन सकता है। 
 

kirti