भाजपा मंडल पंचायत चुनाव में व्यस्त, मोहन सिंह बन गए दुधारू पशु सुधार सभा के अध्यक्ष

Tuesday, Jan 05, 2021 - 07:14 PM (IST)

सोलन (नरेश पाल): सोलन भाजपा में 2 गुटों में अब आर-पार की लड़ाई शुरू हो गई है। इसी का नतीजा है कि दुधारू पशु सुधार सभा सोलन के चुनाव करवाने के लिए पंचायत चुनाव के समाप्त होने का भी इंतजार नहीं किया गया क्योंकि डर था कि इस बार सभा के अध्यक्ष की कुर्सी सोलन से कसौली निर्वाचन क्षेत्र में जा सकती है। हैरानी की बात है कि भाजपा मंडल तो दूर जिला के बड़े नेताओं को भी इस चुनाव की भनक तक नहीं लगने दी।

सत्या ठाकुर उपाध्यक्ष व मान सिंह ठाकुर बनाए प्रैस सचिव

दुधारू पशु सुधार सभा के निवर्तमान अध्यक्ष रविन्द्र परिहार चुनाव में व्यस्त हैं और उनके पीछे धूमल सरकार में जिला मार्कीट कमेटी सोलन के पूर्व अध्यक्ष मोहन सिंह ठाकुर दुधारू पशु सुधार सभा के अध्यक्ष भी बन गए। यह चुनाव सर्वसम्मति से संपन्न हुआ। यही नहीं, सत्या ठाकुर को उपाध्यक्ष व मान सिंह ठाकुर को प्रैस सचिव निर्वाचित किया गया।  इस चुनाव में भाजपा को भाजपा ही मात देती नजर आई है। इस तरह से भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य डॉ. राजेश कश्यप अपने समर्थक को सभा का अध्यक्ष बनाने में कामयाब हो गए।

पशु सुधार सभा के चुनाव होने से उठे कई सवाल

सबसे बड़ी बात यह है कि भाजपा मंडल सोलन व उनके नेता पंचायत व जिला परिषद के चुनाव में व्यस्त हैं। इसी दौरान दुधारू पशु सुधार सभा के चुनाव होने से भी कई सवाल खड़े हो गए हैं। सभा का अध्यक्ष बनते ही मोहन सिंह ठाकुर ने अपना कार्यभार भी संभाल लिया है। मंगलवार को यह घटनाक्रम इतनी तेजी से हुआ कि पार्टी के बड़े नेताओं की समझ में भी अब कुछ नहीं आ रहा है क्योंकि वे अब इसका सीधा विरोध करने की स्थिति में भी नहीं हैं क्योंकि मोहन सिंह ठाकुर भी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। चुनाव प्रक्रिया के दौरान सोलन से वरिष्ठ नेता राजेश कश्यप भी वहां पर उपस्थित रहे।

दुधारू पशु सुधार सभा किसानों व पशुपालकों की सबसे बड़ी सभा

विदित रहे कि दुधारू पशु सुधार सभा किसानों व पशुपालकों की सबसे बड़ी सभा है। इसके जहां करीब 25,000 सदस्य हैं, वहीं इस सभा का एक वैटर्नरी फार्मासिस्ट कॉलेज भी है। सभा के अध्यक्ष को गाड़ी की सुविधा के साथ वेतन भी मिलता है। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता रविन्द्र परिहार इस सभा के अध्यक्ष बने थे। वर्तमान सभा का कार्यकाल 31 दिसम्बर को समाप्त हो गया था लेकिन कोरोना को देखते हुए अभी चुनाव की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई थी लेकिन दूसरे गुट की मानें तो 2 महीनों से चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। डैलीगेट निर्वाचित होने के बाद मंगलवार को चुनाव निर्धारित था, जिसमें सर्वसम्मति से मोहन सिंह ठाकुर को अध्यक्ष निर्वाचित किया गया है। इस सभा के अंडर सोलन व कसौली निर्वाचन के कुछ क्षेत्रों में करीब 250 सोसायटीज काम कर रही हैं। इसके सभी सदस्य किसान हैं जो स्वयं सहायता समूह बनाकर काम करते हैं। 4 समूहों के ऊपर एक डैलीगेट चुना जाता है। दावा किया जा रहा है कि सभा के करीब 90 फीसदी डैलीगेट ने इन चुनाव में भाग लिया।

दूसरे गुट ने करवा दिए सभा के चुनाव

चर्चा है कि पार्टी ने कसौली निर्वाचन क्षेत्र के एक बड़े नेता से दुधारू पशु सुधार सभा का अध्यक्ष बनाने का वायदा किया था ताकि जिला परिषद चुनाव में पार्टी के प्रत्याशी को इसका लाभ मिल सके। अध्यक्ष की कुर्सी सोलन से कसौली की ओर जाते देख पार्टी के दूसरे गुट ने सभा के चुनाव ही करवा दिए और अध्यक्ष की ताजपोशी भी कर दी। मोहन सिंह ठाकुर ने जिला परिषद सलोगड़ा वार्ड से अधिकृत प्रत्याशी के लिए आवेदन किया था लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। अब वह दुधारू पशु सुधार सभा के अध्यक्ष बनने में कामयाब हो गए।

पार्टी को विश्वास में नहीं लिया : मदन ठाकुर

भाजपा मंडल अध्यक्ष मदन ठाकुर ने बताया कि उन्हें इस चुनाव की कोई सूचना नहीं है। पार्टी को इसके लिए विश्वास में नहीं लिया गया है। वह पंचायत चुनाव में व्यस्त हैं। पार्टी अब आने वाले दिनों में इस पर मंथन करेगी।

चुनाव की कोई सूचना नहीं है : रविन्द्र परिहार

दुधारू पशु सुधार सभा के निवर्तमान अध्यक्ष रविन्द्र परिहार ने बताया कि उन्हें चुनाव की कोई सूचना नहीं है। 31 दिसम्बर को वर्तमान सभा का कार्यकाल समाप्त हो गया था और चुनाव के लिए अभी प्रक्रिया चली हुई थी। अब सूचना आई कि है कि मोहन सिंह ठाकुर सभा के अध्यक्ष बन गए हैं।

किसानों ने सर्वसम्मति से अध्यक्ष निर्वाचित किया : मोहन सिंह

दुधारू पशु सुधार सभा सोलन के अध्यक्ष बने मोहन सिंह ठाकुर ने कहा कि इस चुनाव को किसी प्रकार की राजनीति से नहीं जोडऩा चाहिए। यह सभा किसानों की है और किसानों ने उन्हें सर्वसम्मति से अध्यक्ष निर्वाचित किया है। सभा के चुनाव के लिए पिछले 2 महीनों से प्रक्रिया चली हुई थी। 5 जनवरी को चुनाव पहले से ही तय थे। मंगलवार को हुए चुनाव में करीब 90 फीसदी डैलीगेट ने भाग लिया। उनका पहला लक्ष्य किसानों को दूध की अच्छी कीमत दिलाना है।

Vijay