हिमाचल के प्रवेशद्वारों पर अंकित होंगे पुलिस अधिकारियों के मोबाइल नंबर

Sunday, Jan 21, 2018 - 01:58 AM (IST)

ऊना: शनिवार को एस.पी ऊना दिवाकर शर्मा ने पत्रकारों से रू-ब-रू होते हुए कहा कि जिला में अब पुलिस के अधिकारी तो बदलेंगे लेकिन उनके मोबाइल नंबर नहीं बदलेंगे। पुलिस ने सभी अधिकारियों के नंबर स्थायी करने के लिए नए नंबरों के लिए अप्लाई कर दिया है। कुछ दिनों में सभी थानों/चौकियों के प्रभारियों सहित एस.पी, ए.एस.पी. और डी.एस.पी. को स्थायी मोबाइल नंबर दिए जाएंगे और यही नंबर जिला में सभी पुलिस थानों और चौकियों के साथ-साथ प्रवेशद्वारों पर पुलिस अधिकारियों के मोबाइल नंबर अंकित करने वाले बोर्ड लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के ट्रांसफर होने पर भी यह नंबर यथावत चलते रहेंगे और इन नंबरों को नए ज्वाइन करने वाले पुलिस अधिकारियों को सौंपा जाएगा। इसके साथ-साथ पूर्व में शुरू की गई व्हाट्सएप हैल्पलाइन नंबर भी बोर्ड पर अंकित होंगे। 

शिकायत पर एस.पी. लेेंगे एक्शन
उन्होंने कहा कि अब सभी थानों/चौकियों के बाहर शिकायत एवं सुझाव पेटी भी लगाई जाएगी जिसकी चाबी उनके पास रहेगी। थानों/चौकियों में किसी पुलिस कर्मी से शिकायत होने पर उसकी शिकायत सुझाव पेटी में डाली जा सकेगी जिस पर एस.पी. स्वयं एक्शन लेंगे। थानों/चौकियों के विजिट के दौरान इन पेटियों को खोला जाएगा और उसमें आने वाली शिकायतों के साथ-साथ सुझावों पर भी अमल किया जाएगा। व्हाट्सएप पर आने वाली शिकायतों पर भी तुरंत कार्रवाई को अमल में लाया जाएगा। पुलिस द्वारा इस योजना को 1 फरवरी से पूरे जिला में शुरू किया जाने वाला है।

आम जनता सीधे कर सकती है संपर्क
एस.पी. ने कहा कि जिला पुलिस के अधिकारियों के नंबर सार्वजनिक होने से पूरे जिला से इन नंबरों पर सूचनाएं भी प्रेषित की जा सकती हैं। आसपास हो रहे अवैध कारोबार सहित नशे जैसी बुराई को खत्म करने के लिए आम जनता सीधे तौर पर पुलिस अधिकारियों को मोबाइल पर संपर्क करके सूचनाएं प्रेषित कर सकते हैं। 

हाईवे पैट्रोल टुकड़ी की तैनात
उन्होंने कहा कि पुलिस ने अब जिला में एक और हाईवे पैट्रोल टुकड़ी को तैनात किया है और इसकी जिम्मेदारी हैड कांस्टेबल निर्मल सिंह को सौंपी है। पूरे जिला में घूमकर यह पार्टी न केवल व्यवस्थाओं को दुरुस्त करेगी, वहीं असामाजिक गतिविधियों के खिलाफ भी कार्रवाई को अमल में लाएगी।

सुझावों पर भी किया जाएगा अमल
एस.पी. की मानें तो थानों/चौकियों में आने वाली अधिकतर जनता को यह नहीं पता होता कि शिकायत करनी कहां है। प्रवेशद्वारों पर कई बार टूरिस्टों के साथ कोई घटना होने पर भी टूरिस्ट स्वयं को असहज महसूस करते हैं। इन सबको मद्देनजर रखते हुए अब परमानैंट नंबर लेकर बोर्डों पर अंकित किए जाएंगे और मोबाइल पर आने वाली हर कॉल का रिस्पांस दिया जाएगा। शिकायत एवं सुझाव पेटी में आने वाले सुझावों और शिकायतों पर भी कार्रवाई को अमल में लाया जाएगा।