हिमाचल की आर्थिक स्थिति को लेकर श्वेत पत्र जारी करे सरकार : राजेंद्र राणा

Thursday, Jul 16, 2020 - 04:48 PM (IST)

हमीरपुर (ब्यूरो): हिमाचल प्रदेश की आर्थिक हालत बद से बदतर दौर में पहुंच चुकी है लेकिन सीरियस फाइनांशियल हैल्थ को लेकर सरकार प्रदेश की जनता को गुमराह कर रही है। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रैस बयान में कही है। उन्होंने कहा कि केंद्र की देखादेखी में झूठ व शगुफेबाजी में माहिर प्रदेश की सरकार विकास के हर मोर्चे पर फेल हो चुकी है क्योंकि प्रदेश का कंगाल हो चुका खजाना अब सरकार के हालात को खुद ब खुद बयान कर रहा है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता को सब्जबाग दिखाकर केंद्र व प्रदेश में सत्ता में आई बीजेपी अब अपने वायदों को भूल चुकी है तब विधानसभा चुनावों में जनता से बीजेपी ने यह कहकर जनादेश हासिल किया था कि प्रदेश व केंद्र में दोनों और बीजेपी की सरकारें बनेंगी तो सरकार को डबल इंजन की ताकत मिलने से डबल विकास होगा। उन्होंने कहा कि अब अढ़ाई साल बीत जाने के बाद बीजेपी विकास के उस वायदे को भूल चुकी है, विकास कहीं नजर नहीं आ रहा है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि प्रदेश में डबल विकास तो क्या विकास जीरो ही होकर रह गया है और अब दूरबीन लेकर भी ढूंढने से कहीं विकास नजर नहीं आ रहा।

उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी ने तो 4 महीने पहले कहर बरपाया है। प्रदेश में विकास कार्य तो बीजेपी के राज में शुरू ही नहीं हो पाए हैं। प्रदेश में हर छोटा-बड़ा विकास पूरी तरह ठप्प पड़ा है। प्रदेश सरकार केंद्र से राहत आने की डींगें तो निरंतर हांक रही है लेकिन केंद्र से कब और कितनी राहत आई है, इसका ब्यौरा देने से प्रदेश सरकार लगातार गुरेज कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार केंद्र से आई वित्तीय सहायता पर श्वेत पत्र जारी करे और प्रदेश की जनता को बताए कि डबल इंजन की सरकार बनाने के बाद प्रदेश को केंद्र से कितना और क्या मिला है? उन्होंने सवाल खड़ा किया है कि बकौल बीजेपी अगर केंद्र से लगातार वित्तीय सहायता मिल रही है तो फिर प्रदेश में विकास कार्य क्यों ठप्प पड़े हैं? सरकार कर्जे पर कर्जा क्यों ले रही है।

उन्होंने कहा कि विकास का चरमरा चुका मूलभूत ढांचा अपनी बदहाली पर चीख-चीख कर सरकार की कंगाली को बयान कर रहा है लेकिन सरकार कह रही है कि केंद्र से सहायता मिल रही है। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश की जनता को झूठ बोलकर गुमराह कर रही है लेकिन प्रदेश की जनता अब सरकार का व्यवहार खूब समझ रही है। जनता जान चुकी है कि अब कोरोना के बहाने सरकार अपनी आर्थिक बदहाली को छुपाना चाहती है व अपनी लगातार गिर रही साख को बचाना चाहती है लेकिन प्रदेश में ठप्प पड़ा विकास खुद ब खुद सरकार के झूठ को बयान कर रहा है, जिससे साबित हो रहा है कि केंद्र से सरकार को कोई सहायता मिल नहीं रही है। डबल इंजन का शगूफा फिर झूठा साबित हुआ है जोकि बीजेपी की करनी और कथनी के फर्क को बताता है।

उन्होंने कहा कि बीजेपी ने पहले 2 साल तो वीरभद्र सरकार द्वारा स्वीकृत किए विकास कार्यों के सहारे काट लिए और अब कोरोना के बहाने समय काट रही है। वास्तविकता यह है कि प्रदेश को केंद्र से कोई सहायता नहीं मिल पा रही है, जिस कारण से सरकार कर्जे लेकर अपना काम चला रही है।

Vijay