अनुराग के बेतुके बोलों से हिमाचल की सभ्यता व सौम्यता हुई शर्मसार : राजेंद्र राणा

Wednesday, Jan 29, 2020 - 04:21 PM (IST)

हमीरपुर (ब्यूरो): बेशक अपने बेतुके बोलों के कारण अब हमीरपुर के सांसद अनुराग ठाकुर पर चुनाव आयोग ने सख्त रुख अपनाते हुए उनका नाम बीजेपी स्टार कैंपेनिंग लिस्ट से हटाने के आदेश जारी कर दिए हैं लेकिन अनुराग ठाकुर के इन बेतुके बोलों से हिमाचली संस्कार व सभ्यता भी दागदार हुई है। यह बात कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रैस बयान में कही है। उन्होंने कहा कि यह पहला मौका नहीं है कि जब अपनी खराब भाषा व व्यवहार के लिए अनुराग ठाकुर चर्चा में आए हैं। इससे पहले भी कभी कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने तो कभी मंच पर सरेआम अपने नेता व वर्तमान के मुख्यमंत्री ठाकुर जयराम को नीचा दिखाने जैसी हरकतों के लिए चर्चित रहे हैं।

अनुराग के पास विकास के नाम पर दिखाने व बताने को कुछ नहीं

उन्होंने कहा कि वास्तव में अनुराग ठाकुर के पास विकास के नाम पर दिखाने व बताने को कुछ है नहीं तो ऐसी स्थिति में वह इस प्रकार की अवांछित हरकतें करके लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचने का प्रयास करते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 8 महीनों में हाई प्रोफाइल राजनेता के तौर पर चर्चित अनुराग ठाकुर सांसद निधि से अपने क्षेत्र के लिए फूटी कौड़ी तक नहीं खर्च पाए हैं, जिस कारण से प्रदेश को मिलने वाला करीब 10 करोड़ का बजट लटक गया है। चालू वित्त वर्ष के लिए मात्र 2 महीने का कार्यकाल बचा है लेकिन जो 8 महीनों में अपनी निधि की चवन्नी नहीं खर्च पाए वह 2 महीनों में अब क्या कर पाएंगे।

धरातल पर सांसद के विकास कार्यों की सूची नगण्य

उन्होंने कहा कि जनवरी में आई रिपोर्ट के मुताबिक भारत सरकार ने हमीरपुर संसदीय क्षेत्र को 2.50 करोड़ की निधि दे रखी है लेकिन इस सांसद निधि का तमाम बजट डिस्ट्रिकट अटॉर्नी अथॉरिटी के पास पड़ा है। प्रत्येक सांसद को हर वर्ष सांसद निधि में 5 करोड़ रुपए मिलते हैं, जिनको जिला प्रशासन के माध्यम से विभिन्न विकास कार्यों पर खर्च किया जाना होता है लेकिन यहां तो कमाल यह रहा कि अभी तक पहली किस्त का यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट व ऑडिट सर्टिफिकेट सांसद सरकार को नहीं भेज पाए हैं, ऐसे में स्वयं भू-स्टार सैल्फी किंग नेता की सुंदर तस्वीरों को तो जनता देख सकती है लेकिन यथार्थ के धरातल पर सांसद के विकास कार्यों की सूची नगण्य है।

सत्ता के नशे में मगरूर हो चुके हैं अनुराग

पिता की गोद से राजनीतिक शिखरों की चढ़ाई चढऩे वाले सांसद अनुराग ठाकुर भाषा व व्यवहार की मर्यादा भूल कर सत्ता के नशे में मगरूर हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता के नशे में चूर सांसद को अब लगता है कि उनसे ज्यादा समझदार दूसरा व्यक्ति भारत की भूमि पर कोई नहीं है। दिल्ली रिठाला की जनसभा में उन्होंने जिस गुंडई भाषा का प्रयोग अपने संवाद में किया है, उससे यह पूरी तरह प्रमाणित हो गया है कि अगर मौका मिले तो वह लोकतंत्र की तमाम मर्यादाओं को तोड़कर उनकी सत्ता के खिलाफ टिप्पणी करने वालों की खाल उधेड़ कर रख दें।

क्या दिखाना व जताना चाहते हैं गोली मारने की बात करने वाले सांसद

उन्होंने कहा कि देश में देश के गद्दार कौन हैं और अब गाली से दो कदम आगे बढ़कर गोली मारने की बात करने वाले सांसद क्या दिखाना जताना चाहते हैं। उनके बेलगाम संवाद से यह सपष्ट हो गया है। उन्होंने कहा कि अनुराग के बेतुके बोलों से हिमाचल के संस्कार व हिमाचल की पारंपरिक जीवन शैली की शिक्षा भी कलंकित और कलुषित हुई है क्योंकि हिमाचल के नागरिकों को देश और दुनिया में अपनी सौम्यता व सभ्यता के लिए जाना जाता है न कि धौंस, दबाव की गुंडई भाषा व व्यवहार के लिए।

Vijay