पत्थर दिल व संवेदनहीन हो गई है मोदी सरकार, मौतों पर भी नहीं पसीज रही : राजेंद्र राणा
punjabkesari.in Wednesday, May 05, 2021 - 05:23 PM (IST)
हमीरपुर (ब्यूरो): सुजानपुर के विधायक व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने आरोप लगाया है कि केंद्र की मोदी सरकार पूरी तरह संवेदनहीन व पत्थर दिल हो चुकी है और उसे आम आदमी के दर्द से कोई लेना-देना नहीं है। राणा ने कहा कि देशवासियों के बैंक खातों में 15-15 लाख रुपए डालने का वायदा करके सत्ता में आई मोदी सरकार प्रतिदिन अस्पतालों में सिसक-सिसक कर दम तोड़ रहे रोगियों को ऑक्सीजन व बैड तक मुहैया नहीं करवा पा रही है।
उन्होंने कहा पिछले 6 महीनों से राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर धरना-प्रदर्शन पर बैठे सैंकड़ों किसानों की मौत पर भी मोदी सरकार ने एक आंसू नहीं बहाया और अब कोरोना संक्रमण की इस खतरनाक लहर में देशभर के अस्पतालों में ऑक्सीजन न मिलने से जो हाहाकार मची है और जो सैंकड़ों मौतें हो गई हैं, उससे भी केंद्र की पत्थर दिल सरकार नहीं पसीज रही। मोदी सरकार का एकमात्र लक्ष्य वोट की राजनीति का घिनौना खेल खेलना रह गया है। उन्होंने कहा मोदी सरकार देश की पहली ऐसी सरकार है जिसे आए दिन देश की माननीय अदालतों से कड़ी फटकार सुनने को मिल रही है लेकिन इस फटकार से शर्मिंदा होने की बजाय भाजपाई अभी भी विपक्ष को कोसने में लगे हुए हैं।
उन्होंने कहा अरबों रुपए की लागत से नया संसद भवन बनाने की बजाय उस पैसे को देश में स्वास्थ्य सेवाएं सुदृढ़ करने पर लगाया जाना चाहिए था और कोविड काल के दौरान देश में पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन और अस्पताल में बैडों का इंतजाम किया जाना चाहिए था लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्री चुनावी रैलियां और रोड शो करने में ही अपनी पूरी ऊर्जा लगाते रहे। उन्होंने कहा कि देश में कोविड-19 वैक्सीन की उपलब्धता भी सरकार सुनिश्चित नहीं कर पा रही है और विदेशों से ऑक्सीजन व वैक्सीन मंगवानी पड़ रही है, जिससे लगता है कि सरकार आग लगने पर अब कुआं खोदने में लगी है।
राणा ने प्रदेश सरकार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि एमबीबीएस अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को कोविड-19 ड्यूटी के लिए रोज 100 रुपए देने की सरकार की घोषणा इन छात्रों की प्रतिभा का मजाक उड़ाने और उनकी तोहीन करने की तरह है। उन्होंने कहा कि सरकार इस कठिन दौर में एमबीबीएस अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने की बजाय शर्मिंदा करने पर उतारू है।