जूठा नहीं खाएगी सुजानपुर की जनता, नहीं चाहिए मंत्री पद : राजेंद्र राणा

Sunday, Feb 25, 2024 - 10:24 PM (IST)

सुजानपुर (अश्वनी शर्मा): सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक राजेंद्र राणा के निवास स्थान पटलांदर में रविवार को कार्यकर्त्ताओं के सम्मेलन में विधायक राजेंद्र राणा ने संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी ने अब तक जो भी जिम्मेदारी दी, उसे उन्होंने बखूबी निभाया। वर्ष 2022 के चुनाव में अपने विधानसभा क्षेत्र के अलावा प्रदेश के 10 चुनाव क्षेत्रों में चुनाव प्रचार की बागडोर संभाली थी। इसका उद्देश्य केवल मात्र यही था कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बने। जब प्रदेश में सरकार बन रही थी तो 3 लोगों के नाम मीडिया में चल रहे थे। मुकेश अग्निहोत्री व राजेंद्र राणा का नाम उसमें मुख्य रूप से था। उसके बाद मंत्रिमंडल की बारी आई तो राजेंद्र राणा का नाम हाईकमान ने लिस्ट में शामिल किया था।

सुजानपुर की जनता को नहीं मिला जायज मान-सम्मान
हाईकमान द्वारा मंत्रिमंडल विस्तार में जारी की गई लिस्ट में राजेंद्र राणा का नाम काट दिया गया। इस दौरान विधायक राजेंद्र राणा का दर्द भी छलक कर बाहर आया। उन्होंने कहा कि जो जायज मान-सम्मान सुजानपुर की जनता को मिलना चाहिए था, वह नहीं मिला। मंत्रियों को जो गाड़ियों व बंगले मिल रहे हैं, राजेंद्र राणा के पास यह सभी चीजें वर्ष 2011 से पहले ही मौजूद हैं। राजेंद्र राणा ने मंत्रिमंडल के प्रश्न पर कहा कि प्रदेश में 2 बार मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया, उसमें सुजानपुर को तरजीह नहीं दी गई। राजेंद्र राणा ने सुजानपुर क्षेत्र की जनता से पूछा कि क्या सुजानपुर क्षेत्र की जनता अब जूठा खाने के लिए बनी है। राणा ने कहा कि अब मंत्रिमंडल में शामिल होने का प्रश्न ही नहीं उठता है। उन्होंने कहा कि सुजानपुर क्षेत्र के जनता के मान-सम्मान की बात आए तो उससे समझौता नहीं किया जाएगा। यह लड़ाई राजेंद्र राणा की नहीं है बल्कि यह लड़ाई सुजानपुर क्षेत्र की जनता की है। राजेंद्र राणा ने कहा कि आने वाले समय में जो भी कदम उठाएंगे, सुजानपुर क्षेत्र की जनता के आशीर्वाद से सुजानपुर क्षेत्र के हित में लेंगे।

सुजानपुर की जनता को मिले उसका हक : अभिषेक
सर्वकल्याणकारी संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभिषेक राणा ने कहा कि मंत्री बनने का लालच नहीं है। लालच तो इतना है कि सुजानपुर क्षेत्र की जनता को उनका हक मिलना चाहिए था, वह नहीं मिला। उन्होंने कहा कि बंद कमरे में बड़े-बड़े वायदे किए गए, उस बात के वह गवाह हैं लेकिन वायदे पूरे नहीं होने से निराश होना जायज बात है। उन्होंने कहा कि एमपी का चुनाव लड़ने के लिए उनके साथ-साथ राजेंद्र राणा को हाईकमान ने पूछा। सर्वे से अवगत करवाया गया कि अभिषेक राणा का नाम सबसे आगे चल रहा है। अभिषेक राणा ने कहा कि हमारी लड़ाई चुनाव लड़ने की नहीं है। हमारी लड़ाई यही रहेगी कि हम अपने लोगों का काम कैसे कर सकते हैं। अभिषेक राणा ने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी के लोग यह सोचें कि हम लालच देकर एमपी का टिकट देते हैं, ऐसी चीजों को हम पहले हो देख चुके हैं।
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Content Writer

Vijay