कोरोना काल के संकट में फंसे लोगों से भेदभाव न करे सरकार : राजेंद्र राणा

Thursday, Apr 16, 2020 - 05:23 PM (IST)

हमीरपुर (ब्यूरो): राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने जारी प्रैस बयान में कहा है कि कोरोना संकट के साइड इफैक्ट के कारण लोगों की रोटी-रोजी पर बड़ा संकट आएगा, जिसके लिए सरकार द्वारा अभी से कोई कारगर प्लान बनाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को संकट के इस दौर में राशन की जरूरत है, उन्हें राशन मुहैया करवाना भी जरूरी था लेकिन अब वर्तमान में आने वाले संकट को देखते हुए राशन के साथ-साथ लोगों को काम देना भी जरूरी है क्योंकि काम होगा तो विकास भी होगा व लोगों की जेब में पैसा भी आएगा। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में आम आदमी की आर्थिक उन्नति व क्षेत्र के विकास के लिए काम मुहैया करवाने का यह फार्मूला बेहद कारगर होगा। अत: सरकार को आने वाले समय में लोगों को काम देने के लिए कोई कारगर योजना बनानी होगी।

बीबीएन से आई चिंता में डालने वाली फीडबैक

उन्होंने कहा कि बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ में फंसे लोगों से लॉकडाऊन-2 के प्रथम चरण में आई फीडबैक चिंता में डालने वाली है। उन्होंने कहा कि फंसे हुए कामगारों व कर्मचारियों ने बताया कि अब प्रदेश सरकार व सिस्टम नागरिक और नागरिक में लॉकडाऊन के नाम पर भेदभाव करने लगा है। अभी 2-3 दिनों के भीतर मंडी के कामगारों व कर्मचारियों को बीबीएन इंडस्ट्रियल एरिया से निकाल कर घर पहुंचाया गया है लेकिन बाकियों की कोई बात नहीं सुन रहा है, इसलिए वे यहां खराब हालत में फंसे हुए हैं। सरकार की ओर से जारी किए गए पोर्टल पर घर जाने का आवेदन करते ही रिजैक्ट का मैसेज आता है, ऐसे में करें तो क्या करें। अपनी शिकायत व समस्या सुनाएं तो किसको सुनाएं।

कामगारों के आरोपों में कोई सच्चाई है तो स्थिति स्पष्ट करे सरकार

राणा ने कहा कि लोग कह रहे हैं कि कोरोना संकट काल में भी सिर्फ क्षेत्र विशेष की बात सुनी जा रही है जबकि बीबीएन में फंसे अन्य लोगों को टैंशन व भूख के कारण हाल-बेहाल हो चुका है। उन्होंने कहा कि अगर फंसे हुए बाकी कामगारों के आरोपों में कोई सच्चाई है तो सरकार स्थिति स्पष्ट करे व बीबीएन में फसे कामगारों को घर पहुंचाने का जरिया तैयार करे।

 

Vijay