गायब साधु लौटा, लेकिन किसी का डर बाकी है

Wednesday, Nov 02, 2016 - 12:44 PM (IST)

सुंदरनगर (नितेश सैनी): पांडवों के अज्ञातवास के समय से ऋषि शुकदेव की तपोस्थली शुकदेव वाटिका से रहस्यमय परिस्थितियों से एकाएक गायब साधु के लौट आने से वाटिका में बहार आ गई है। लेकिन कुछ शरारती और नशेड़ी तत्वों को साधु का लौट आना रास नहीं आ रहा है। दिवाली से एक दिन पहले साधु को वाटिका में बनी कुटिया से खदेड़ने के लिए उसके साथ कुछ लोगों द्वारा मारपीट की गई और साधु को डराया धमकाया गया। शरारती तत्वों ने अपना टोला रंगरलियां मनाने के लिए वहां पर स्थापित की फिरार में यह अनैतिक तरीके से साधु को भगाने की साजिश सची जा रही है। लेकिन सुंदरनगर की प्रबुद्ध जनता संग सामाजिक सेवी संगठनों व समाज सुधार लोगों और राजनीतिक दलों ने साधु के कुशल मंगल वापिस वाटिका में लौट आने से काफी खुश है।


क्षेत्र के ही संदली रियल अस्टैट के महाप्रबंधक अरूण पटियाल ने कुछ सामाजिक तत्वों संग साधु के लौट आने पर अपने बलवूते वहां पर उनकी रहन सहन की पर्याप्त व्यवस्था करने का बीड़ी भी उठा लिया है। कुटिया समेत मंदिर परिसर में बने धार्मिक स्थल का अरूण पटियाल के सहयोग से कायाकल्प करके आवश्यक देखरेख व मुर मत और साफ सफाई के कार्य किए गए। लेकिन कुछ शरारती तत्वों द्वारा साधु के साथ इस तरह का व्यवहार करने और पुलिस को मामले की सूचना देने पर कोई भी कार्यवाही उदंड लोगों के खिलाफ अमल में न लाए जाने की सूरत में पुलिस व प्रशासन की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान लग गया है।


गौर रहे कि प्रदेश सरकार में सीपीएस एवं सुंदरनगर विस क्षेत्र के विधायक सोहन लाल ठाकुर को जब इस मसले की भनक लगी तो उन्होंने कुछ दिनों पूर्व व्यक्तिगत तौर पर पुलिस विभाग को स्थिति से अवगत करवाया था और साधु की फीडबैक लेने व पता लगाने के निर्देश दिए गए। क्योंकि इस वाटिका में यह साधु पिछले करीब अढ़ाई दशक से रहता आ रहा है और मूल बिहार राज्य से संबंध रखता है। डी.एस.पी. संजीव भाटिया का कहना है कि शुकदेव वाटिका दौरा किया गया है। साधु के ब्यान कलमबद्ध किए गए है और शरारती तत्वों द्वारा मारपीट करने से लेकर अन्य वारदाताओं को अंजाम देने की सूरत में मामले की गहनता से जांच पड़ताल की जाएगी।