नाबालिग लड़की की पुलिस थाने में बेरहमी से पिटाई, अब न्याय को भटक रहा परिवार (PICS)

Sunday, Aug 19, 2018 - 03:27 PM (IST)

शिमला (राजीव): शिमला जिले में एक बार फिर खाकी शर्मसार हुई है। मामला भी एेसा कि सुनकर आपके रौंगटे खड़े हो जाएं। ये तस्वीरें जो आप देख रहे हैं यह उस थर्ड डिग्री टॉर्चर की है जो पुलिस वालों ने एक नाबालिग लड़की पर किया है। मामला शिमला जिला के चिड़गांव का है। जहां पुलिस थाने में उसकी बेरहमी से पिटाई की गई। लड़की को पुलिस ने इस कदर मारा कि उसके मुंह से खून तक निकलने लग गया। इतना ही नहीं वह 2 घंटे तक बेहोश रही। इस मासूम का कसूर इतना था कि ये पुलिस द्वारा अपने मां-बाप की पिटाई को रोकने बीच में चली गई लेकिन पुलिस ने इस नाबालिक लड़की को भी नहीं बक्शा। 


जानकारी के मुताबिक चिड़गांव में पीड़िता के माता-पिता का अपने रिश्तेदार के साथ झगड़ा हुआ था, जिस पर उन्होंने चिड़गांव थाने में उनके खिलाफ मामला दर्ज करवाया। इसी मामले के चलते 14 अगस्त को पुलिस ने दोनों परिवारों को थाने बुलाया। वहां थाने में 15 साल की नाबालिगा भी अपने मां-बाप के साथ आ गई, लेकिन वहां पहुंचते ही पुलिस ने दरवाजा बंद कर इस गरीब परिवार की पिटाई शुरू कर दी। नाबालिग बेटी ने जब इसका विरोध किया तो पुलिस वाले ने उसे बालों से पकड़ कर खींचा और एक महिला पुलिस ने उसके कान के नीचे इस कदर चांटा मारा कि वह वहीं गिर कर बेहोश हो गई तथा उसके मुंह से खून बहने लगा।


परिजनों ने उसे रोहड़ू अस्पताल पहुंचाया जहां वह 2 घंटे बाद होश में आई। रोहड़ू अस्पताल से 15 अगस्त को लड़की को शिमला रैफर किया गया था। लेकिन पुलिस ने कोई भी जवान साथ नहीं भेजा और न ही नाबालिक को पीटने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। अब ये गरीब परिवार बेटी का आईजीएमसी में इलाज करवाने के लिए ठोकरे खा रहा है। परिजन पुलिस कर्मियों एक खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगा रहे हैं लेकिन पुलिस के खिलाफ अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की रही। पीड़ित लड़की का कहना है कि उसके मामा और नाना को पुलिस मार रही थी और जब पुलिस को उन्होंने न मारने को कहा तो महिला पुलिस कांस्टेबल ने उन्हें खींचा और मारा। 


पुलिस अपने हिसाब से केस को कमजोर कर रही है, ताकि उनके खिलाफ कोई जांच न हो। उन्होंने मुख्यमंत्री से अब पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। ये परिवार अनिसुचित जाती से संबंध रखता है। इस परिवार को लेकर सोशल मीडिया पर भी इंसाफ देने को लेकर गुहार लगाई जा रही है। अनुसूचित जाति बीजेपी महासू के महामंत्री विनोद बुश ने कहा कि उन्हें सोशल मीडिया द्वारा इस घटना का पता लगा और वे अस्पताल जाकर इस परिवार से मिले और इलाज करवाया। उन्होंने कहा कि एक नाबालिक लड़की को पुलिस ने बेरहमी से पीटा है और इसको लेकर वे मुख्यमंत्री से मिलेंगे।

Ekta