Chamba: बैरास्यूल नदी में सरेआम हो रहा खनन,प्रशासन बेखबर
punjabkesari.in Thursday, Feb 13, 2025 - 09:03 PM (IST)
![](https://static.punjabkesari.in/multimedia/2025_2image_21_01_41060540413cbap.jpg)
बनीखेत(पार्थ): बैरास्यूल नदी में धड़ल्ले से अवैध खनन हो रहा है। खनन माफिया ने बेखौफ यहां अपना साम्राज्य स्थापित किया हुआ है। सुंडला में रोजाना दर्जनों ट्रैक्टर बैरास्यूल नदी से सरेआम टनों के हिसाब से रेत निकाल रहे हैं। हैरानी की बात है कि प्रशासन और विभाग बेखबर बने हुए हैं। प्रदेश सरकार द्वारा रेत, बजरी निकालने पर पूर्ण तरह से रोक लगाई है। इसके बावजूद खनन माफिया बैरास्यूल की नदी के बीचों-बीच व नदी किनारे पड़ी रेत को बेचकर लाखों में मुनाफा कमा रहे हैं।
रोजाना दर्जन भर ट्रैक्टर नदी किनारे देखने को मिल जाते हैं। नदी किनारे से रेत निकाल कर पर्यावरण के साथ नदियों को नुक्सान पहुंचा रहे हैं। सरकार द्वारा रेत निकालने पर प्रतिबंध होने के बाद भी ऐसे खनन माफिया को पूछने वाला कोई नहीं है। खनन माफिया की धरपकड़ के लिए माइनिंग विभाग को सुंडला में नियमित कर्मचारी की तैनाती नहीं की गई है जिससे यहां कोई रोक-टोक नहीं है। यहां माफिया ने जगह-जगह ट्रैक्टर व अन्य वाहनों को खड्डों और नदी में ले जाने के लिए अस्थायी मार्ग निर्मित कर रखे हैं।
स्थानीय लोगों जितेंद्र, राकेश, पंकज व सुरेंद्र सहित अन्य का कहना है कि बड़े पैमाने पर अवैध खनन से माफिया करोड़ों रुपए कमा रहा है। हालांकि पुलिस ने अवैध सप्लाई करने वाले टिप्परों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है। मगर अवैध खनन को रोकने के लिए खनन विभाग समेत अन्य विभाग कड़ी कार्रवाई करने में नाकाम हैं। लोगों ने बताया कि अभी पानी कम होने पर यह लोग रेत को जमा कर लेते हैं, जैसे ही पानी इन नदियों में बढ़ जाता है तो यह लोग इसी रेत को महंगे दामों में बेच दिया करते हैं। लोगों ने जिला प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि अवैध खनन करने वालों पर शिकंजा कसा जाए।
उधर, जिला खनन अधिकारी जेके पुरी ने बताया कि माइनिंग करने की परमिशन बंद है। ऐसे में अगर लोग नदी से रेत भर रहे हैं तो इस पर उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। विभाग के कर्मचारियों को मौके पर भेजा जाएगा।