जेजवीं पंचायत में सड़क के नाम पर लाखों का गोलमाल!

Friday, Dec 14, 2018 - 03:16 PM (IST)

बिलासपुर: झंडूता उपमंडल की जेजवीं पंचायत में लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाई गई सड़क पर मनरेगा के तहत सोलिंग इत्यादि करने के नाम पर लाखों रुपए की राशि के कथित गोलमाल का मामला सामने आया है। इस मामले में निरीक्षण कर लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ने अपनी जांच रिपोर्ट डी.सी. बिलासपुर को भेज दी है। हालांकि पंचायत सचिव इस सड़क पर मनरेगा के तहत कार्य होने की बात कह रहे हैं लेकिन इस जांच रिपोर्ट में इस सड़क पर किसी भी प्रकार के विकास कार्य के न होने की बात अधिशासी अभियंता ने उल्लेखित की है।

841 दिन कार्य दिखा कर किया पैसे का गोलमाल

बता दें कि जेजवीं-मरेटा-दूर्घाट सड़क पर ग्राम सुधार समिति ने मुख्यमंत्री, विधायक, डी.सी. बिलासपुर, एस.डी.एम. झंडूता व खंड विकास अधिकारी को एक शिकायत पत्र भेजा था, जिसमें उल्लेख किया गया था कि जेजवीं पंचायत ने अपने कागजों में इस सड़क पर सोलिंग निर्माण व मनरेगा में 841 दिन कार्य दिखा कर पैसे का गोलमाल किया है। इस शिकायत पर मुख्यमंत्री कार्यालय के अतिरिक्त सचिव के निर्देश पर डी.सी. बिलासपुर ने इस सड़क की जांच लोक निर्माण विभाग द्वारा करवाई, जिस पर अब लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ने अपनी रिपोर्ट बनाकर डी.सी. बिलासपुर को भेज दी है।

अधिशासी अभियंता ने डी.सी. को भेजी रिपोर्ट

उधर, ग्राम पंचायत जेजवीं की प्रधान रीना देवी ने कहा कि यदि जांच में किसी प्रकार की अनियमितताएं निकल कर आती हैं तो दोषी के विरुद्ध उचित कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं घुमारवीं डिवीजन के अधिशासी अभियंता आर.के. वर्मा ने कहा कि डी.सी. बिलासपुर के निर्देश पर मौके पर जाकर इस सड़क का निरीक्षण किया था जहां पर किसी प्रकार का विकास कार्य देखने को नहीं मिला है। इस सड़क पर जो भी कार्य हुआ है वह लोक निर्माण विभाग द्वारा ही करवाया गया है। इसी से संबंधित रिपोर्ट बनाकर डी.सी. बिलासपुर को भेज दी गई है।

लोक निर्माण विभाग ने बंद करवाया था काम

ग्राम पंचायत जेजवीं के सचिव कर्मदयाल शर्मा ने बताया कि जेजवीं पंचायत ने सितम्बर, 2016 में मनरेगा के माध्यम से मजदूरों से सोङ्क्षलग को तुड़वा कर 400 मीटर तक सड़क को पक्का करवाया था तथा 200 मीटर और सड़क को पक्का करने को लेकर सामग्री सड़क किनारे पड़ी हुई थी लेकिन आगे के कार्य को करने से पहले लोक निर्माण विभाग ने सड़क को अपने अंतर्गत बताते हुए काम को बंद करवा दिया था। इसके बाद बदकिस्मति से भारी बारिश में यह सड़क बह गई। इस काम में करीब 5 लाख रुपए का खर्च किया गया था।

पंचायत को भंग कर निष्पक्षता से करवाई जाए जांच

ग्राम सुधार समिति के मीडिया प्रभारी कुलदीप खजूरिया ने कहा कि रिपोर्ट के आने के बाद सरकार व प्रशासन से जेजवीं पंचायत के लोगों की यही अपील है कि इस भ्रष्टाचार को रोकने के लिए जेजवीं पंचायत को भंग करके निष्पक्षता से जांच करवाई जाए।

Vijay