#Salute: मिग-21 हादसे में मरते-मरते पायलट ने बचा ली कई लोगों की जान

Thursday, Jul 19, 2018 - 01:00 PM (IST)

धर्मशाला: भारतीय वायुसेना के स्क्वाड्रन लीडर दिल्ली निवासी मीत कुमार कई जिंदगियां बचा गए। हालांकि उनका विमान पट्टा जाटियां पंचायत के एक गांव में क्षतिग्रस्त होकर गिरा। यदि यह विमान रिहायशी इलाके में गिरता तो कई जिंदगियां लील लेता। पट्टा गांव में दोपहर करीब डेढ़ बजे वायुसेना का मिग-21 लड़ाकू विमान क्रैश हुआ। मीत कुमार रूटीन ट्राई पर था। इस बात का अंदाजा यहीं से लगाया जा सकता है कि करीब 2 किलोमीटर तक के क्षेत्र में विमान का मलबा गिरा हुआ है।

बस्ती में गिरता तो जा सकती थी ग्रामीणों की जान
विमान का पुर्जा-पुर्जा गिरता रहा लेकिन पायलट ने पैराशूट नहीं खोला और विमान को आबादी से भरे क्षेत्र से बाहर ले जाने की कोशिश करता रहा। पायलट चाहता तो अपनी जान बचाने के लिए पैराशूट खोल सकता था लेकिन उसे कई जिंदगियां बचानी थीं। अगर विमान बस्ती में गिरता तो ग्रामीणों की भी जान जा सकती थी। जांच में जुटी फोरैंसिक विभाग की टीम के अधिकारी का कहना है कि पायलट की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा होते-होते बचा है।

विमान के जमीन पर गिरते ही बन गया विशालकाय गड्ढा
हादसा इतना बड़ा हो सकता था, उसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद विमान जब जमीन पर गिरा तो वहां एक विशालकाय गड्ढा बन गया। फिलहाल दुर्घटनाग्रस्त इस लड़ाकू विमान का ब्लैक बॉक्स नहीं मिला है। ब्लैक बॉक्स के मिलने के बाद ही घटना की पूरी जानकारी मिल जाएगी कि हादसा किस कारण हुआ है।

Vijay