सेवानिवृत्त डी.जी.पी. आई.डी. भंडारी ने इस पुस्तक में किए हैं कई खुलासे (Video)

Thursday, May 02, 2019 - 01:28 PM (IST)

 बिलासपुर (मुकेश): हिमाचल पुलिस से डी.जी.पी. पद से सेवानिवृत्त हुए आई.पी.एस. आई.डी. भंडारी द्वारा लिखित पुस्तक ‘मिड नाइट रेड’ का विमोचन बुधवार को बिलासपुर के राजांजलि हाल में हुआ। पुस्तक में दिखाया गया है कि झूठ व फरेब की धुरी पर घूमता सियासत का पहिया चरित्र हनन की राजनीति की नीचता की इस हद तक जा सकता है कि डी.जी.पी. जैसे प्रभावशाली पद पर बैठा हुआ व्यक्ति भी स्वयं को असहाय पाता है।

भ्रष्ट अधिकारियों की चालाकियों व चालबाजियों, ईमानदार अधिकारियों की विवशता, घुटन व कुंठा को यह पुस्तक दिखाती है। वर्ष 2012 में कांग्रेस सरकार बनने की पूर्व रात्रि को किस तरह हिमाचल पुलिस ने रात्रि डेढ़ बजे अपने ही सी.आई.डी. विंग कार्यालय में रेड डालकर उसे सील कर दिया था। इस घटनाक्रम को पुस्तक के कवर पेज पर दर्शाया गया है। पुस्तक का कवर पेज दर्शाता है कि लोकतंत्र के इस चक्रव्यूह में सबसे शक्तिशाली राजनेता हैं जिनके आगे बड़े से बड़ा अधिकारी भी विवश है।

पुस्तक में चम्बा, कांगड़ा व बिलासपुर से लेकर प्रदेश के कई जिलों के राजनेताओं के कई किस्से, पुलिस में छोटे अधिकारी से लेकर ए.डी.जी.पी. व ए.आई.जी. तक के अधिकारियों के कई किस्से तथा प्रताडऩाएं दर्ज हैं। चर्चा में आए कथित बिजली बोर्ड ट्रांसफार्मर घोटाले के हश्र का जिक्र भी इस किताब में किया गया है। पुस्तक में कई केसों व मामलों के हवाले देकर इस पुस्तक में यह भी दर्शाया गया है कि राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं किस तरह लाल फीताशाही पर हावी पड़ती हैं व किस तरह अनेक मामलों की फाइलें या तो गुम कर दी जाती हैं या फिर दबा दी जाती हैं।

अनेक विवादों में काफी चर्चा में रहे हिमाचल पुलिस के पूर्व डी.जी.पी. थिंड सहित कई आई.पी.एस. अधिकारियों के कई किस्सों व अनुभवों को इस पुस्तक में शामिल किया गया है। वर्ष 2012 के बाद तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा फोन टैपिंग के मामले को उठाना व उसमें राजनीतिक दबावों, पल-पल अधिकारियों के बदलते तौर-तरीकों, सरकार द्वारा इस मामले में शुरू किए गए मीडिया ट्रायलों व न्यायालय प्रक्रियाओं सहित कोर्ट से इस मामले में बेदाग छूटने जैसी घटनाओं को भी शामिल किया गया है। इन सभी के चलते यह पुस्तक हिमाचल की राजनीति में भूचाल ला ही सकती है अपितु कई मामलों में यह पुस्तक पूरे देश के सामने एक आईना बने तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।

भंडारी ने भ्रष्ट व्यवस्था व राजनेताओं से टक्कर लेने का हौसला दिखाया

इस अवसर पर मुख्यातिथि पंजाब के सेवानिवृत्त डी.जी.पी. राजेंद्र सिंह ने कहा कि आई.पी.एस. आई.डी. भंडारी ने भ्रष्टाचार, भ्रष्ट व्यवस्था व राजनेताओं से टक्कर लेने का बड़ा हौसला दिखाया है। ऐसा माद्दा कम ही शख्सियतों में मिलता है। उन्होंने कहा कि सत्ता व कानून की पालना करवाने वालों का टकराव सदा ही होता आया है व देखा गया है कि निरंकुश सत्ता के आगे अक्सर अधिकारी घुटने टेक देते हैं लेकिन आई.पी.एस. आई.डी. भंडारी इससे अपवाद हैं। उन्होंने सत्य पर चलते हुए हमेशा अंतरात्मा की सुनी तथा अदालतों से भी बेदाग निकले।

 

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