मैसेज फ्रॉड मामला: पंजाब पुलिस नहीं कर पाई जो काम हिमाचल पुलिस ने कर दिखाया

Tuesday, Jan 01, 2019 - 01:36 PM (IST)

ऊना (विशाल): हजारों लोगों से करोड़ों रुपए मैसेज फर्म के नाम पर ठगकर फरार हुए आरोपियों में से फर्म के डायरेक्टर सहित पुलिस ने 3 को नोएडा से गिरफ्तार कर लिया है। इन आरोपियों को अरेस्ट करके ऊना पुलिस की टीम उन्हें ऊना ले आई है। इन तीनों की गिरफ्तारी के साथ-साथ एक अन्य मुख्य आरोपी फर्म के दूसरे डायरेक्टर मोहित सहित कुछ अन्यों की गिरफ्तारी अभी शेष है। पुलिस ने नोएडा में छापामारी करते हुए तीनों को अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार हुए आरोपियों में इस केस में मुख्य आरोपी एवं आई.ए.एस. फर्म के डायरेक्टर विजय कुमार पुत्र सुरेश कुमार निवासी चिराना तहसील गोहाना सोनीपत, अजय कुमार पुत्र जिरे ङ्क्षसह निवासी गौतमबुद्ध नगर नोएडा और सचिन कुमार पुत्र कालीराम निवासी गोहाना, सोनीपत शामिल है। 

तीनों की यह थी फ्रॉड में भूमिका

विजय कुमार बतौर डायरेक्टर इस फर्म को चला रहा था और पुलिस के अनुसार यह इस फ्रॉड का मास्टर माइंड है। वहीं अजय कुमार आई.टी. एक्सपर्ट है जोकि विजय कुमार और मोहित को गूगल एप तैयार करके देता था और इसी एप को उन्होंने ठगी का मुख्य साधन बनाया था। वहीं सचिन कुमार अम्ब उपमंडल में काम करते हुए फर्म में इन्वेस्ट करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करता था।

स्पेशल टीम ने किया अरेस्ट

4 सितम्बर को ऊना थाना सदर में दर्ज हुए इस हाईप्रोफाइल फ्रॉड मामले में पुलिस ने दर्जनों बार दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों सहित हरियाणा में विभिन्न जगहों पर छापामारी की थी। केस के पटाक्षेप के लिए एस.पी. दिवाकर शर्मा ने ए.एस.पी. विनोद कुमार के नेतृत्व में बनाई टीम के एस.आई. कमल नैन शर्मा, देसराज और राजीव की टीम ने इन तीनों को अरेस्ट किया है। टीम कई दिनों तक यहां वहां पहुंच कर आरोपियों को खोजती रही और आखिरकार उन्हें सफलता हाथ लगी।

पुलिस को मिले 6 नए बैंक खाते

अरेस्ट किए आरोपियों में से एक आरोपी फर्म के डायरेक्टर विजय कुमार के पुलिस पहले से ही ऊना में 3 खाते सीज किए थे लेकिन अब पुलिस ने इनके लगभग आधा दर्जन और बैंक खाते हाथ लगे हैं जिनकी डिटेल पुलिस खंगालने में जुट गई है। इन खातों को भी पुलिस द्वारा सीज करने का प्रोसेस अमल में लाया जा रहा है। पहले सीज किए 3 बैंक खातों में पुलिस ने 18 लाख रुपए जब्त किए थे। इन नए खातों में कितने रुपए है यह जानने के लिए पुलिस बैंक प्रबंधन से पत्राचार कर रही है। ऊना की जनता से ठगे गए करोड़ों रुपए कहां है पुलिस यह जानने में लगी हुई है। पुलिस तक पहुंची सूचनाओं में यह भी कहा जा रहा है कि ऊना की जनता की गाढ़ी कमाई को लूटकर आरोपी यह रुपया एक फिल्म में लगा रहे थे।

आई.टी. एक्सपर्ट अजय के जरिये किया फ्रॉड

इस पूरे फ्रॉड को अंजाम देने के लिए विजय और मोहित उर्फ प्रवीण ने नोएडा के आई.टी. एक्सपर्ट अजय कुमार का सहारा लिया। बकौल पुलिस बिना अजय की भूमिका के यह फ्रॉड नहीं हो सकता था। अजय कुमार ने 2017 में आरोपियों को एप तैयार करके दिया जिससे मैसेज भेजे जाने का प्रोसेस शुरू किया। इसकी एवज में अजय कुमार को एक लाख 30 हजार की एकमुश्त अदायगी कर दी गई। मार्च 2018 में अधिक लोगों द्वारा रुपए इन्वेस्ट करने शुरू हो गए जिसके बाद विजय कुमार ने अजय को फिक्स वेतन पर पक्के तौर पर फर्म में रख लिया और आई.टी. का सारा काम अजय कुमार देखता था।

मानसा से उदघोषित अपराधी है विजय

इससे पहले 2012 में विजय कुमार और अन्य मिलकर पंजाब के मानसा जिला में भी इसी तरह फर्म बनाकर लोगों को चूना लगा चुके है। मानसा पुलिस ने भी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था और मामले की जांच की थी। वहां की अदालत ने विजय कुमार को भगौड़ा भी घोषित कर दिया है लेकिन इसके बाद से यह मानसा पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाया था और ऊना में बेधडक़ होकर फिर से मैसेज फर्म बनाकर ठगी में जुट गया था।

थाना सदर पहुंचकर करें शिकायत लोग: एस.पी.

4 सितम्बर को पुलिस ने इस संबंध में धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। इस में अब तक मात्र 41 शिकायतकत्र्ता ही सामने आए हैं जिनमें से 25 फ्रैंचाइजी होल्डर्ज हैं जबकि अन्य व्यक्तिगत आई.डी. लेकर ठगी का शिकार हुए हैं। एस.पी. ने इस ठगी के शिकार हुए लोगों से अपील की है कि वह ऊना थाना सदर पहुंच कर अपनी शिकायत दर्ज करवाएं ताकि सबको न्याय मिल सके। उन्होंने कहा कि ऊना पुलिस पूरी तरह से निष्पक्षता से काम कर रही है।

Ekta