बीमारी के कारण कभी करता था खुद को चोटिल, CM और वन मंत्री के प्रयासों से मिला इलाज(PICS)

Wednesday, Oct 10, 2018 - 11:49 AM (IST)

मंडी (नीरज): बीमारी के कारण कभी जो लड़का खुद को चोटिल करता रहता था वो अब ठीक होने लगा है। मंडी निवासी 16 वर्षीय पियूष की सेहत में सुधार हो रहा है। पियूष को सीएम जयराम ठाकुर और वन मंत्री गोबिंद सिंह ठाकुर के प्रयासों से बेहतर उपचार मिल पा रहा है। मंडी शहर के समखेतर वार्ड निवासी 16 वर्षीय पियूष अब खुद को चोटिल नहीं करता। पियूष अब परिवार के साथ उठता-बैठता है और जितना हो सके अपनी छोटी बहन के साथ खेलता भी है। यह सब संभव हो पाया है पियूष को मिल रहे बेहतर उपचार के कारण। दरअसल उसकी एक ऐसी बीमारी से ग्रसित था जिसके तहत वह खुद को चोटिल करता रहता था। बचपन में ही पियूष इस बीमारी की चपेट में आ गया था और इसके 66 वर्षीय बुजुर्ग पिता को यह समझ नहीं आ रहा था कि अपने बच्चे का उपचार किसके पास और कैसे करवाएं। 


मीडिया के माध्यम से यह मुद्दा सीएम जयराम ठाकुर तक पहुंचा। उसने वन एवं परिवहन मंत्री गोबिंद सिंह ठाकुर को पियूष के घर भेजकर हर संभव मदद करने के निर्देश दिए। बीती 12 जुलाई की रात को गोबिंद ठाकुर उनके घर पहुंचे और यहां सारी स्थिति को जाना। यहीं से उन्होंने उसके पिता की सीएम के साथ फोन पर बात भी करवाई और चंडीगढ़ में विशेषज्ञों से भी बात की। उसके बाद पियूष के पिता को आर्थिक मदद करके उसको उपचार के लिए चंडीगढ़ भेजा। जहां विशेषज्ञ डॉक्टरों ने पियूष की बीमारी को सही ढंग से समझा और उसका उपचार शुरू किया। अब उसका नतीजा यह निकला कि उसकी सेहत में 15 प्रतिशत का सुधार हुआ है। उसके पिता दिनेश कुमार ने मदद करने के लिए सीएम जयराम ठाकुर, वन मंत्री गोबिंद सिंह ठाकुर और मीडिया सहित अन्य मददगारों का आभार जताया है। 


उसके उपचार का सारा खर्च वन मंत्री गोबिंद सिंह ठाकुर अपने स्तर पर कर रहे हैं और राज्य सरकार ने पियूष के उपचार के लिए दो लाख की धनराशि अलग से जारी कर दी है। ऐसे में उन्हें पियूष को पूरी तरह से ठीक करने में अभी कई दानी सज्जनों की मदद की दरकार है। दिनेश कुमार बताते हैं कि चंडीगढ़ आने जाने का भारी खर्च हो रहा है और उनके पास इतना सामर्थ्य नहीं कि वह और खर्च उठा सकें। वहीं वन एवं परिवहन मंत्री गोबिंद सिंह ठाकुर ने कहा कि उन्होंने बच्चे के उपचार की चुनौती को स्वीकार किया है और वह इस चुनौती को पूरा करके रहेंगे। 


उन्होंने कहा कि बच्चे के उपचार में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। जिस तरह से पियूष की सेहत में सुधार हो रहा है उससे परिवार को एक नई ऊर्जा मिल रही है। जो बच्चा 16 वर्षों से बिस्तर पर ही पड़ा रहता था वो अब उस चारदिवारी से बाहर निकल रहा है। यदि आप भी इस पुनीत कार्य में अपना योगदान देना चाहते हैं तो पियूष के पिता दिनेश कुमार या फिर वन मंत्री गोबिंद सिंह ठाकुर से सीधे संपर्क कर सकते हैं।

Ekta