छोटी काशी में कूड़े-कचरे से निवाले ढूंढकर जी रहा मानसिक रोगी

Wednesday, May 16, 2018 - 01:22 AM (IST)

मंडी: छोटी काशी मंडी के साथ लगते बिंद्रावणी में नगर परिषद की डंपिंग साइट के आसपास कई वर्षों से मानसिक रोगी शहर की गंदगी छांट कर अपनी भूख को शांत कर रहा है। कभी-कभार यह रोगी बिंद्रावणी में एन.एच. किनारे बने ढाबों के सामने चुपचाप खड़ा रहता है तो कभी ढाबा मालिक के ध्यान में आने के बाद उसे रूखा-सूखा भोजन परोस देते हैं। हिमाचल बचाओ संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष लक्ष्मेंद्र सिंह ने डी.सी. मंडी ऋग्वेद ठाकुर, एस.पी. गुरदेव चंद शर्मा व यातायात अधिकारी को आगाह किया है कि उच्च न्यायालय के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश कुरियन जोसेफ ने प्रदेश के सभी डी.सी. को आदेश पारित किए हैं कि प्रदेश में कहीं पर भी यदि कोई मानसिक रूप से विक्षिप्त पुरुष व महिला या बच्चा सड़क किनारे निराश्रय पाए जाते हैं तो उन्हें जिला रैडक्रॉस सोसायटी की एम्बुलैंस में पुलिस निगरानी के साथ आई.जी.एम.सी. में उपचार के लिए भर्ती किया जाए।


3 दिन में उपचार नहीं मिला तो डी.सी. कार्यालय में छोड़ेंगे
मोर्चा के सदस्यों ने अधिकारियों को आगाह किया है कि यदि 3 दिन के भीतर इस बेसहारा मानसिक रोगी के उपचार के लिए प्रशासनिक कदम नहीं उठाए गए तो उसे डी.सी. कार्यालय में छोड़ दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि न्यायालय के आदेशों की अवहेलना के तहत व्यक्तिगत मुकद्दमा दर्ज करते हुए प्राकृतिक रूप से सताए हुए व्यक्ति को इंसाफ दिलवाया जाएगा।


मदद को आगे आया हिमाचल बचाओ संघर्ष मोर्चा
लगभग 2 दिन पहले हिमाचल बचाओ संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष लक्ष्मेंद्र सिंह अपनी टीम के सदस्यों के साथ जब वहां से गुजर रहे थे तो यह मानसिक रोगी हाथ में कूड़ा-कचरा उठाए ब्यास दरिया के साथ सड़क पर घूम रहा था। उन्होंने जब उससे संपर्क किया तो वह किसी भी बात का जवाब नहीं दे पाया। इसके बाद वापस आती बार मोर्चा को यह मानसिक रोगी सड़क किनारे बने पैरापिट पर सोता हुआ मिला। मोर्चा के अध्यक्ष ने इस मानसिक रोगी की दयनीय स्थिति को देखते हुए मदद को हाथ आगे बढ़ाए हैं। उन्होंने इस मानसिक रोगी को कुछ खाद्य पदार्थ, पेयजल व फल दिए।

Vijay