पुलिस की मुस्तैदी से बची मानसिक रोगी की जान, पढ़ें कैसे

Monday, May 13, 2019 - 11:06 AM (IST)

कांगड़ा : डा. राजेंद्र प्रसाद मैडीकल कालेज टांडा में गत दिवस उत्तर प्रदेश के गोमती नगर के एक युवक अक्षय कुमार (24) जोकि मानसिक रूप से परेशान था को उपचार के लिए मनोचिकित्सक वार्ड की दूसरी मंजिल में भर्ती किया गया था। रविवार को वह वार्ड से निकल कर अचानक बाहर आ गया और रिहायशी क्वार्टर की तीसरी मंजिल की लगभग 4-6 इंच की बनेर पर खड़ा हो गया। उसे इतनी छोटी से जगह पर खड़े देखकर लोगों में हड़कंप मच गया और रिहायशी मकान के आसपास कई लोग इकट्ठे हो गए।

इस पर उसके परिजन भी आ गए व उसे आवाज देख समझा रहे थे कि वह छलांग न लगाए। इसी बीच उसने कई बार अपना हाथ लैंटर से छोड़ दिया जिससे उसके गिरने की संभावना ज्यादा हो रही थी। रिहायशी क्वार्टर जोकि पुलिस चौकी के पास है में शोर सुनकर पुलिस कर्मी पवन कुमार, मदन लाल व रविंद्र कुमार बाहर निकले। हैंड कांस्टेबल व कार्यरत पुलिस चौकी प्रभारी पवन कुमार ने मुस्तैदी दिखाते हुए सीढिय़ों के रास्ते से ऊपर जाकर देखा तो कमरा बंद था। उन्होंने कमरे का ताला तोड़कर चुपके से पीछे जाकर मानसिक रोगी को झप्पी डाल कर उसे अंदर ले लिया, जिससे उसकी जान बची।

यह प्रश्न भी पैदा होता है कि सुरक्षा गार्ड के होते मानसिक रोगी अपने वार्ड से बाहर कैसे निकला और सड़क पार करके रिहायशी मकान की तीसरी मंजिल तक कैसे पहुंचा और ऊपर चढ़ गया। इस बारे में मैडीकल अधीक्षक डा. सुरेंद्र भारद्वाज ने बताया कि सोमवार को सुरक्षा कर्मियों व कंपनी जिसने सुरक्षा का ठेका ले रखा है को नोटिस दिया जाएगा और उनसे पूछताछ होगी।

kirti