मैडीकल कॉलेजों में खामियों की MCI को जल्द भेजें रिपोर्ट, स्वास्थ्य मंत्री ने दिए निर्देश

Friday, Sep 07, 2018 - 10:26 AM (IST)

शिमला (जस्टा): मैडीकल कॉलेजों में पाई गई खामियों की जल्द ही अधिकारी एम.सी.आई. को रिपोर्ट भेजें। यह निर्देश स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने गुरुवार को आई.जी.एम.सी. में आयोजित बैठक के दौरान प्रदेश मैडीकल कॉलेजों के अधिकारियों को दिए। मंत्री ने आई.जी.एम.सी. सहित राज्य के सभी मैडीकल कालेजों में संकाय की कमी, मशीनरी तथा उपकरणों की स्थिति के अलावा एम.सी.आई. द्वारा इन संस्थानों के निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों को दूर करने के लिए कालेज प्राचार्यों व अन्य संबंधित अधिकारियों को विस्तृत खाका तैयार कर शीघ्र उन्हें सौंपने को कहा है। 

परमार ने कहा कि अगले वर्ष शिमला के आई.जी.एम.सी. में किडनी प्रत्यारोपण की सुविधा आरंभ कर दी जाएगी और इसके लिए आवश्यक अधोसंरचना, उपकरण तथा मैडीकल व पैरा-मैडीकल स्टाफ की व्यवस्था की जा रही है। बैठक के दौरान उन्होंने इस सुविधा के लिए बजट प्रावधान पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य संस्थानों के निर्माण कार्यों में तेजी लाई जाए और निर्माण की गुणवत्ता की संबंधित अधिकारी निजी तौर पर निगरानी करें। उन्होंने कहा कि नेरचौक मैडीकल कॉलेज में सुपर स्पैशियलिटी का लोकार्पण मुख्यमंत्री द्वारा निकट भविष्य में किया जाएगा। 

उन्होंने अधिकारियों से इस भवन की छत की मुरम्मत करने तथा शेष निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। इस दौरान विशेष सचिव स्वास्थ्य निपुण जिंदल, आई.जी.एम.सी. के प्राचार्य डा. रवि शर्मा, निदेशक चिकित्सा शिक्षा अशोक शर्मा,  प्राचार्य मैडीकल कालेज हमीरपुर अनिल चौहान, चिकित्सा अधीक्षक डा. जनक राज, प्राचार्य दंत महाविद्यालय डा. आशु गुप्ता, मैडीकल कालेज नेरचौक से पंकज शर्मा तथा स्वास्थ्य विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में मौजूद रहे। स्वास्थ्य मंत्री ने आई.जी.एम.सी. के सराय भवन की भी शीघ्र मुरम्मत करने के निर्देश दिए ताकि तीमारदारों को ठहरने की सुविधा मिल सके। बैठक के दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य बी.के. अग्रवाल ने कहा कि राज्य के नए मैडीकल कालेजों के भवनों का निर्माण किया जाना है और इसके लिए उन्होंने निविदा प्रक्रिया शीघ्र पूरी करने के लिए कालेज प्रशासन को निर्देश दिए। 
 

Ekta