यहां 2 विधानसभा क्षेत्रों में चलेगा मैडीकल कालेज, जानिए क्यों

Monday, Sep 18, 2017 - 12:16 AM (IST)

हमीरपुर: सरकार के नियमानुसार हर जिले के अस्पताल को अपग्रेड किया जाएगा जिसके तहत क्षेत्रीय अस्पताल हमीरपुर में निर्माण कार्य चला हुआ है। हमीरपुर में 189 करोड़ रुपए की लागत से मैडीकल कालेज बनाया जा रहा है। वर्तमान समय में हमीरपुर का क्षेत्रीय अस्पताल 200 बिस्तर का है, जिसे 500 बिस्तर का बनाया जाएगा। मैडीकल कालेज का कैंपस जोलसप्पड़ में बनाया जाएगा जो नादौन उपमंडल में पड़ता है। हमीरपुर में आवश्यक भूमि न होने के कारण कैंपस को जोलसप्पड़ में बनाया जाएगा। कम भूमि होने के कारण मैडीकल कालेज को 2 भागों में बांटा गया है, हमीरपुर मंडल में क्षेत्रीय अस्पताल का विकास किया जाएगा, वहीं जोलसप्पड़ में अकादमिक ब्लाक बनाया जाएगा।

सरकारी नियमों के अनुसार बनेगा मैडिकल कालेज
सरकारी नियमों के अनुसार मुख्य अस्पताल से मैडीकल कालेज का अकादमिक कैंपस 10 किलोमीटर के दायरे में ही होना चाहिए। इसी कारण जोलसप्पड़ में मैडीकल कालेज बनाया जाएगा। वर्तमान समय में क्षेत्रीय अस्पताल में निर्माण कार्य चला हुआ है तथा अस्पताल के पुराने भवन में तकनीक ी कार्य चला हुआ है। सरकार के द्वारा किए जा रहे 189 करोड़ की लागत से बनने वाले मैडीकल कालेज में सुविधाओं का अंदाजा इसके ऊपर खर्च की जाने वाली राशि से आंका जा सकता है। अस्पताल में लिफ्टें लगाई जा रहीं ताकि मरीजों को सुविधा मिले, रैंप व्यवस्था को सही किया जाएगा ताकि मरीजों की व्हील चेयर व स्ट्रेचर इत्यादि न फंसें। सरकारी ढांचे में बदलाव सहूलियतों में इजाफा करता है जिसका हमीरपुर में बन रहा मैडीकल कालेज एक जीवंतउदाहरण है।

चिकित्सक और स्टाफ बढ़ेगा
गौरतलब है कि क्षेत्रीय अस्पताल हमीरपुर में मरीजों का तांता लगा रहता है जबकि यहां पर स्टाफ काफी कम है। 22 डाक्टरों और 31 नर्सों के सहारे पूरे अस्पताल का काम चला हुआ है। प्रतिदिन यहां लगभग 700 से 800 मरीज इलाज के लिए आते हैं। यहां पर न केवल हमीरपुर के बल्कि दूसरे जिलों से भी लोग इलाज के लिए आते हैं। जब अस्पताल 200 बिस्तर से  500 बिस्तर बन जाएगा तो यहां पर स्टाफ में भी वृद्धि होगी। उस लिहाज से चिकित्सा विशेषज्ञों में भी इजाफा होगा। तब लोगों को हर बीमारी की समस्या का हल उनके नजदीकी अस्पताल में ही मिल जाएगा।

सुविधाओं के साथ रोजगार भी बढ़ेगा
मैडीकल कालेज के हमीरपुर में बनने से लोगों क ी सुविधाओं के साथ-साथ रोजगार में भी वृद्धि होगी। चिकित्सा स्वास्थ्य विषय में पढ़ाई करने वालों को भी उनके नजदीक पढ़ाई करने का अवसर मिलेगा, उन्हें घर से दूरदराज जगहों पर जा कर पढ़ाई करने और वहां पर रहने के खर्च से निजात मिलेगी। मैडीकल कालेज बनने से अस्पताल में हर तरह के उपकरण और मशीनरी उपलब्ध होगी जिससे लोगों को दूरदराज इलाज के लिए या फिर मैडीकल टैस्ट के लिए नहीं जाना होगा। मैडीकल कालेज के बनने का मतलब सुविधाओं में बढ़ौतरी और सुविधाओं में बढ़तौरी क्षेत्रीय तरक्की में सहायक होती है।