हिमाचल में 1 दिसम्बर से खुलेंगे मेडिकल व नर्सिंग कॉलेज, स्टूडैंट्स को करना होगा ये काम

punjabkesari.in Friday, Nov 27, 2020 - 07:16 PM (IST)

शिमला (जस्टा) : हिमाचल में एक दिसम्बर से मेडिकल व नर्सिंग कॉलेज खुलेंगे। कोरोना के नियमों की पालना करते हुए स्टूडैंट्स को कोरोना की नैगेटिव रिपोर्ट भी साथ लानी होगी। यह बात स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने प्रदेश सचिवालय में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौर के बीच पहले प्रथम व अंतिम वर्ष के एमबीबीएस व बीडीएस सहित नर्सिग की कक्षाएं शुरू होंगी। उसके बाद 7 दिसम्बर से अन्य स्टूडैंट्स को भी बुलाया जाएगा। हालांकि कुछ दिन पहले नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) की तरफ से ये निर्देश आए हैं कि मेडिकल कॉलेज को खोल दिया जाए जिसके बाद अब सरकार ने मेडिकल कॉलेज में कक्षाएं शुरू करने का निर्णय लिया है। अवस्थी ने कहा कि हिमाचल में अब रोजाना कोरोना की जांच के लिए करीब 6000 टैस्टिंग होगी ताकि मामलों में कमी आए, वहीं कुल्लू में बैड की संख्या बढ़ाई जाएगी ताकि यहां पर कोरोना के मरीज भर्ती किए जा सकें। 

कोरोना से निपटने को अहम कदम उठा रही सरकार 

कोरोना से निपटने के लिए प्रदेश सरकार अहम कदम उठा रही है। देखने में आ रहा है कि कहीं न कहीं लोगों द्वारा लापरवाही बरती जा रही है, ऐसे में जनता को तो सतर्क रहना ही है लेकिन इस स्थिति में सरकार का भी जनता को सहयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि राज्य में नॉन कोविड मरीजों के उपचार में कोताही बरतने वाले चिकित्सकों पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी, वहीं सरकार द्वारा 25 नवम्बर से चलाए गए हिम सुरक्षा अभियान के तहत 90000 मरीजों की स्क्रीनिंग हो चुकी है। इसमें 8000 टीमें लगी हैं। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि प्रदेश के कोविड अस्पतालों में अब स्टाफ की कोई कमी नहीं है। सरकार ने अब मेडिकल कॉलेजों से कुछ डॉक्टरों व नर्सों को कोविड अस्पतालों में भेज दिया है ताकि कोविड अस्पतालों में मरीजों को कोई दिक्कत न आए। कोरोना की स्थिति का जायजा लेने के लिए जो केंद्र से टीम आई है अभी तक उसने किसी भी प्रकार के कोई निर्देश नहीं दिए हैं। यह टीम प्रदेश के कोविड अस्पतालों का जायजा ले रही है।

कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध होंगी 30 अतिरिक्त एम्बुलैंस

प्रदेश के कांगड़ा, शिमला व मंडी में कोरोना मरीजों के लिए 30 अतिरिक्त एम्बुलैंस उपलब्ध करवाई जाएंगी। इसमें प्रति जिला 10-10 एम्बुलैंस प्रदान की जाएंगी ताकि कोरोना के मरीजों को ले जाने व लाने में किसी भी प्रकार की दिक्कत न आए। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में वैसे 198 एम्बुलैंस चलाई जा रही हैं जिनमें से 47 एम्बुलैंस को कोविड फैसिलिटी के लिए रखा गया है, साथ ही राज्य के बर्फबारी वाले जिलों में एम्बुलैंस के तौर पर जिप्सी चलाई जाएंगी ताकि बर्फबारी के बीच भी कोरोना मरीजों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।

3 जिलों में बनेंगे फैब्रिकेटिड स्ट्रक्चर

कोरोना के मरीजों के लिए प्रदेश के 3 जिलों टांडा, नालागढ़ व शिमला में फैब्रिकेटिड स्ट्रक्चर बनाए जाएंगे। इसको लेकर रुड़की की टीम ने दौरा किया था और इन्हें बनाने का कार्य जारी है। प्रदेश की जनता को घबराने की कोई जरूरत नहीं है। जो ये फैब्रिकेटिड स्ट्रक्चर बन रहे हैं, उनसमें ऑक्सीजन की भी कमी नहीं होगी।

वीवीआईपी को भी नहीं मिल सकता स्पैशल वार्ड 

स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि कोरोना काल में किसी को भी स्पैशल वार्ड उपलब्ध करवाना संभव नहीं है। वह चाहे वीवीआईपी क्यों न हो। यह राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी नहीं हो रहा है। इस तरह की बीमारी में ऐसे वार्ड तैयार किए जाते हैं, जहां पर 2 से 6 लोगों के लिए एक साथ बिस्तरे लगाए जाते हैं। सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि सरकार द्वारा एक स्थान पर एकत्रित लोगों की संख्या की छूट किसी को भी नहीं मिलेगी। चाहे वे राजनीतिक दल के लोग ही क्यों न हों। राजनीतिक दलों पर भी यह कानून लागू होगा।

खनेरी और रोहड़ू में खुलेंगे कोविड अस्पताल 

शिमला जिला में रामपुर खनेरी और रोहड़ू में कोविड अस्पताल बनाए जाएंगे। खनेरी में 30 बैड और रोहड़ू में 40 बैड के ये अस्पताल होंगे। पहली दिसम्बर से इन अस्पतालों को शुरू किया जाएगा ताकि जो किन्नौर आदि से मरीज आते हैं उन्हें इन अस्पतालों में भर्ती किया जा सके। हमेशा ही देखने में आता है कि रोहड़ू, रामपुर व किन्नौर से मरीजों को शिमला पहुंचाने में काफी दिक्कत होती है लेकिन अब इन मरीजों को नजदीकी अस्पताल में सुविधा मिल जाएगी।  

नहीं आने दी जाएगी ऑक्सीजन की कमी

स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि प्रदेश के किसी भी कोविड अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी नहीं आने दी जाएगी। अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलैंडर को पहुंचाने के लिए गाड़ियां लगाई गई हैं और हर अस्पताल में अतिरिक्त सिलैंडर रखने के निर्देश दिए गए हैं। डीडीयू अस्पताल शिमला में एक मरीज का ठंड से कांपते हुए वीडियो मामले में स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि इस मामले में जवाब तलबी की गई है। इस मामले में यदि सिस्टम की खामी होगी तो उसे सुधारा जाएगा तथा यदि इसके लिए कोई कर्मचारी जिम्मेदार होगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसको लेकर रिपोर्ट सरकार को मिल चुकी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वीडियो में ठंड से कांपने वाला कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति ठीक हो गया था तथा उसे बैकबोन में बीमारी के कारण आईजीएमसी शिफ्ट किया जा रहा है, जिसमें डेढ़ से दो घंटे का समय लगा।
 


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prashant sharma

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