धर्मशाला-मैक्लोडग़ंज रोप-वे का मैकेनिकल सिविल वर्क कंपलीट
punjabkesari.in Wednesday, Dec 29, 2021 - 11:55 AM (IST)
धर्मशाला (तनुज): धर्मशाला-मैक्लोड़गंज महत्वकांक्षी रोप-वे परियोजना का निर्माण का मैकेनिकल सिविल वर्क को पूरा कर लिया गया है। रोप वे के सफल ट्रायल और विदेश आई टैक्रीकल टीम की रिपोर्ट के बाद अब इसकी फीस निर्धारण की प्रक्रिया शुरू की गई है। वर्ष 2022 के पहले माह में इस रोप-वे को आम जनता के लिए शुरू करने को लेकर निर्माण कंपनी तैयारी में जुटी हुई है। इसी कड़ी में मंगलवार को भी पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने निर्माण कंपनी के साथ चर्चा की है। जिसमें कंपनी ने विभाग को निर्माण कार्य और इसके शुरू करने सबंधी मामले पर जानकारी दी है।
इस महत्वकांक्षी परियोजना से जहां पर्यटकों को जाम से निजात मिलेगी, वहीं पर्यटन की दृष्टि से भी इसे काफी अहम माना जा रहा है। इससे पहले रोप-वे को शुरू करने से पहले ट्रायल भी किए गए हैं, जिसमें इसे हरी झंडी मिल चुकी है। धर्मशाला-मैक्लोड़गंज रोप-वे के शुरू होने के बाद पर्यटक व स्थानीय लोग 9 मिनट में मैक्लोडगंज पहुंच जाएंगे। रोप-वे के लिए 13 टॉवर बनाए गए हैं, जबकि इसमें 18 से 24 केबिन होंगे। रोप-वे के माध्यम से प्रति घंटा एक हजार लोगों को लाने व ले जाने की व्यवस्था होगी। इसके माध्यम से धर्मशाला से मैक्लोडगंज की दूरी 1.75 किलोमीटर रह जाएगी। वहीं, वाहनों से 10 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है। पर्यटन सीजन में बाहरी राज्यों के पर्यटकों की आवाजाही के चलते यहां पर भारी जाम की समस्या से जूझना पड़ता है, जिसके चलते धर्मशाला से मैक्लोड़गंज पहुंचने के लिए कई बार 2 से 4 घंटे का समय लग जाता है।
1000 वर्ग मीटर के दो टर्मिनल
रोप-वे के लिए 1000 वर्ग मीटर के 2 टर्मिनल बनाए गए हैं। लोअर टर्मिनल यानी धर्मशाला (बस स्टैंड के समीप) में 600 वर्ग मीटर में टर्मिनल का निर्माण किया गया है, जबकि अप्पर टर्मिनल मैक्लोडगंज (दलाई लामा मंदिर के समीप) में 400 वर्ग मीटर में टर्मिनल निर्मित किया गया है।
साहसिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
धर्मशाला पर्यटन नगरी है, लेकिन यहां साहसिक पर्यटन के लिए भी लोग पहुंचते हैं। धर्मशाला के इंदू्रनाग में पैराग्लाइडिंग के लिए पर्यटक पहुंचते हैं, ऐसे अब रोप-वे के निर्माण से साहसिक पर्यटन के शौकीन पर्यटकों की आमद में भी इजाफा होने की संभावना है।
क्या कहते हैं पर्यटन अधिकारी
जिला पर्यटन विभाग धर्मशाला के उपनिदेशक पृथी पाल सिंह का कहना है कि धर्मशाला-मैक्लोड़गंज रोप-वे निर्माण कंपनी के साथ चर्चा हुई है जिसमें उन्होंने बताया कि मैकेनिकल सिविल वर्क पूरा कर लिया गया है। टिकट फीस निर्धारण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। जनवरी माह में इसे शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है।