नगर निगम चुनाव : प्रचार के अंतिम दिन अधिकांश मंत्री नदारद, अकेले ही डटे रहे CM वीरभद्र सिंह

Thursday, Jun 15, 2017 - 01:19 AM (IST)

शिमला: एम.सी. चुनावों में कांग्रेस की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है लेकिन कांग्रेस के अधिकतर मंत्रियों को इसकी परवाह नहीं है। ऐसा लग रहा है कि न तो कांग्रेस के मंत्री संगठन की सुनते हैं और न ही मुख्यमंत्री की। 4 दिन पहले पार्टी ने शहर के सभी 34 वार्डों में चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी सभी मंत्रियों को सौंपी थी लेकिन वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी और आबकारी एवं कराधान मंत्री प्रकाश चौधरी को छोड़कर कोई भी मंत्री वार्डों तक नहीं पहुंचा। हालांकि प्रचार के आखिरी दिन बुधवार को बागवानी मंत्री विद्या स्टोक्स और परिवहन मंत्री जी.एस. बाली ने भी कुछ वार्डों में प्रचार जरूर किया। 

रात एक बजे तक जनसभाएं करते दिखे मुख्यमंत्री
मंत्रियों के गैर-जिम्मेदाराना रवैये के कारण कांग्रेस के करिश्माई नेता वीरभद्र सिंह को अकेले ही चुुनाव प्रचार की कमान संभालनी पड़ी। इस दौरान देर रात एक बजे भी वह वार्डों में जनसभाएं करते देखे गए। इससे पहले भी उन्होंने सभी मंत्रियों को सप्ताह में कम से कम 3 दिन तक सचिवालय में बैठने को कहा था लेकिन उन निर्देशों पर भी बागवानी मंत्री विद्या स्टोक्स को छोड़कर कोई खरा नहीं उतर पाया। अधिकतर मंत्री तो ऐसे लग रहे हैं मानों वे प्रदेश के नहीं बल्कि उनके विधानसभा हलके के मंत्री हों। इससे संगठन और सरकार की आपसी तालमेल की कलई भी खुल गई है जबकि विधानसभा चुनाव से कुछ माह पहले हो रहे एम.सी. चुनाव को सूबे की सत्ता के सैमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है। फिर भी कांग्रेस के मंत्री इससे बेखबर हैं। 

पहले भी एक मंत्री को चुनाव में प्रचार लगाई थी फटकार
सूत्रों की मानें तो बीते सोमवार को मुख्यमंत्री ने कांगड़ा जिला से संबंध रखने वाले एक मंत्री को एम.सी. चुनाव में प्रचार को लेकर फटकार भी लगाई थी। बावजूद इसके मंत्री प्रचार में नहीं पहुंचे। वहीं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू भी इस मुद्दे पर लीपापोती और मंत्रियों का बचाव करते नजर आए। दूसरी तरफ पूरी भारतीय जनता पार्टी टाऊन हाल में भगवा फहराने की जीतोड़ कोशिश कर रही है। भाजपा में चाहे नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल हो या केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा, पार्टी प्रवक्ता डा. राजीव बिंदल, शिमला के सांसद वीरेंद्र कश्यप, पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सत्तपाल सत्ती व शिमला के विधायक सुरेश भारद्वाज सरीके नेता चुनाव प्रचार में जान फूंक रहे हैं।