बिलासपुर के मयंक वैद ने ट्रैडमिल पर मैराथन कर बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, गिनीज बुक में दर्ज हुआ नाम

Friday, Sep 30, 2022 - 11:25 PM (IST)

बिलासपुर (संतोष): बिलासपुर शहर के साथ सटे नोआ गांव के रहने वाले मयंक वैद ने 10 दिनों में सबसे तेज और कम समय में ट्रैडमिल पर मैराथन कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करवाया है। उन्होंने इस रिकॉर्ड को हांगकांग में बनाया है। वे अपने परिवार के साथ हांगकांग में रहते हैं। मयंक वैद से हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि मन में यदि कुछ कर गुजरने का विश्वास हो तो बाधाएं कोई मायने नहीं रखतीं। उन्होंने बताया कि यह सौभाग्य की बात है कि इन 10 दिनों में उन्हें किसी प्रकार की कोई शारीरिक इंजरी नहीं हुई और सबसे अहम बात उनका हौसला भी नहीं टूटा जिसके लिए वे अपने परिवार के लोगों के साथ मित्रों का भी धन्यवाद करते हैं। उन्होंने बताया कि ट्रैडमिल पर दौड़ते समय वह कभी कोई संगीत नहीं सुनते थे। यही नहीं, किसी अन्य मनोरंजन के साधन को भी नहीं अपनाया। मयंक वैद की उपलब्धि और भी प्रभावशाली तथा रोचक इसलिए है क्योंकि इस रिकाॅर्ड को बनाते समय इन्होंने अपने दैनिक कार्यों को प्रभावित नहीं होने दिया। समय-समय पर उनके रक्त, मल, मूत्र व अन्य नमूने लिए जाते रहे ताकि शारीरिक मानसिक परिवर्तनों के बारे में जानकारी हासिल की जा सके। बिलासपुर की धरती को अपना सब कुछ मानने वाले मयंक ने भले ही हांगकांग में इस इवैंट को अंजाम दिया लेकिन उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व किया है और देश का मस्तक गर्व से ऊंचा हुआ है।

ट्रैडमिल पर 42.195 किलोमीटर प्रतिदिन दौड़े
16 सितम्बर से लेकर 25 सितम्बर, 2022 के बीच मयंक ने हांगकांग के फुटबाल क्लब में पुराने रिकार्ड को ध्वस्त कर नया कीर्तिमान स्थापित किया। बिलासपुर के मयंक गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के तय मापदंडों के तहत प्रतिदिन ट्रैडमिल पर 42.195 किलोमीटर प्रतिदिन दौड़े और इन्होंने दस दिनों में कुल 421.95 किलोमीटर सफर तय कर इतिहास बनाया है। उन्हें गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स संस्थान की ओर से मैडल व सर्टीफिकेट भी प्रदान किया गया है। वहीं एक ट्रैडमिल पर 10 दिनों तक लगातार एक लक्ष्य निर्धारण में शारीरिक से ज्यादा मानसिक चुनौतियां रहीं।

दोस्त ने रिकाॅर्ड बनाने के लिए किया प्रेरित
मयंक ने बताया कि अभी जुलाई में जब वे भारत से हांगकांग आए तो सात दिन के क्वारंटाइन पीरियड में वे होटल में रहे। इस दौरान उन्होंने होटल वालों से ट्रैडमिल का प्रबंध करने के लिए कहा। इस दौरान वे सोशल मीडिया में अपने छोटे-छोटे वीडियो डालते थे तो उनके एक दोस्त ने उन्हें इस प्रकार का रिकाॅर्ड बनाने के लिए प्रेरित किया। फिर क्या था वहीं के स्थानीय क्लबों में हल्की-फुल्की प्रैक्टिस की और रिकाॅर्ड ध्वस्त करने के लिए निकल पड़े। गौर हो कि पिछला रिकाॅर्ड 38 घंटे और 30 मिनट कुल समय था। नया वर्ल्ड रिकाॅर्ड बनाने के लिए मयंक को यह रिकाॅर्ड तोड़ना पड़ा। इन दस दिनों में मयंक का सबसे धीमा मैराथन 3 घंटे 18 मिनट का था जबकि सबसे तेज अंतिम दिन 2 घंटे 59 मिनट के समय के साथ पूरा किया। मयंक ने सभी दस मैराथन को पूरा करने के लिए कुल 31 घंटे 21 मिनट का समय लिया।

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Content Writer

Vijay