श्रीखंड महादेव यात्रा के दौरान हो सकता है बड़ा हादसा, जानिए कैसे

Monday, Jul 09, 2018 - 06:21 PM (IST)

आनी: हिमाचल प्रदेश की प्रसिद्ध धार्मिक श्रीखंड महादेव यात्रा प्रशासनिक तौर पर 15 से 31 जुलाई तक आयोजित होने जा रही है। श्रीखंड महादेव यात्रा आनी उपमंडल के निरमंड मुख्यालय से शुरू होती है, जिसमें बस एवं टैक्सी द्वारा श्रद्धालु निरमंड से जाओं तक 25 किलोमीटर का सफर तय करते हैं। निरमंड खंड के गांव जाओं से 32 किलोमीटर की पैदल यात्रा शुरू होती है। जाओं से 3 किलोमीटर पैदल रास्ते चलकर श्रीखंड यात्रा के बेसकैंप सिंघगाड पहुंचा जाता है। कुछ नदी-नालों पर पुल बन चुके हैं लेकिन अधिकतर रास्ता खतरनाक झाडिय़ों से भरा पड़ा है, जिससे यात्रियों को आते-जाते बिंदू बूटी आदि काटेंदार झाडिय़ों से मामूली चोटें भी आ रही हैं। वन विभाग ने पैदल चलने वाले रास्ते से झाडिय़ों को नहीं काटा है, जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही है। 25 जून से 9 जुलाई तक 2,000 श्रद्धालु श्रीखंड महादेव यात्रा पूरी कर अपने घर लौट चुके हैं।


नदी किनारे पर कोई भी सुरक्षा ग्रिल नहीं
श्रीखंड महादेव यात्रा ट्रस्ट की बैठक में डी.सी. कुल्लू ने भराटीनाला के पास खतरनाक नदी किनारे पर पैदल चलने वाले श्रीखंड यात्रियों की सुरक्षा के लिए अस्थायी तौर पर सेफ्टी ग्रिल एवं रस्सा लगाने की बात कही थी। यात्रियों ने बताया कि नदी किनारे पर कोई भी सुरक्षा ग्रिल नहीं लगाई गई है, जिससे कभी भी कोई यात्री नदी में गिर सकता है। श्रीखंड यात्रियों ने सरकार एवं डी.सी. कुल्लू से मांग की है कि सिंघगाड से भराटीनाला नदी पर सुरक्षा का इंतजाम किया जाए, जिससे श्रीखंड आने-जाने वाले सैंकड़ों यात्री सुरक्षित यात्रा पूरी कर सकें।


वन व लोक निर्माण विभाग ठीक करेंगे रास्ता
इस बारे में श्रीखंड महादेव यात्रा ट्रस्ट की सचिव तहसीलदार नीरजा शर्मा ने कहा कि श्रीखंड के लिए पैदल रास्ते को ठीक करने का काम वन विभाग व लोक निर्माण विभाग को दिया गया है, जिसे 15 जुलाई तक पूरा कर लिया जाएगा।

Vijay