''मौत का सफर'' तय कर चिंतपूर्णी पहुंच रहे श्रद्धालु, पढ़ें पूरी खबर

Sunday, Jul 30, 2017 - 03:50 PM (IST)

चिंतपूर्णी: देवभूमि के इस धार्मिक स्थल पर कुछ श्रद्धालु 'मौत का सफर' तय कर पहुंच रहे हैं। दरअसल चिंतपूर्णी में सावन अष्टमी नवरात्र मेले चल रहे हैं। बस आप्रेटर ज्यादा कमाई के चक्कर में श्रद्धालुओं को बसों की छतों पर बिठाकर मौत का सफर करवा रहे हैं। जानकारी के अनुसार कई बिना परमिट की बसें भी सड़कों पर मौके की नजाकत को देखते हुए दौड़ रही हैं। हिमाचल के आप्रेटर ही नहीं पंजाब की भी कई बसें ओवरलोड होकर यहां पहुंच रही हैं लेकिन संबंधित विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। इस संबंध में मेला पुलिस अधिकारी मदन लाल ने बताया कि ओवरलोड वाहनों पर शिकंजा कसा जा रहा है। इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। 13 वाहनों के कागजात जब्त शीतल मार्ग पर निरीक्षण के दौरान एस.डी.एम. ने 13 निजी वाहनों के कागजात जब्त किए व कई चालकों को हिदायत देकर छोड़ा।


होटल व ढाबों पर छाया सन्नाटा
चिंतपूर्णी में सावन अष्टमी मेले के छठे दिन श्रद्धा का सैलाब उमड़ा। भरवाईं से शीतला तक करीब 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दस्तक दी। शनिवार को डबल लाइन नया बस अड्डा तक पहुंच चुकी थी। पुलिस बैरियर से मंदिर तक पैदल चलना भी मुश्किल हो गया था। बाजार में भीड़ अधिक होने के कारण तमाम दुकानदारों का कार्य प्रभावित हुआ है। भीड़ इतनी अधिक थी कि लंगरों में भी श्रद्धालुओं को खाना लाइन में दिया जा रहा है। काम धंधा न होने के कारण कई दुकानदारों ने दुकानें ही बंद कर दी। उधर, शीतला मंदिर में भी दर्शन करने के लिए लम्बी लाइनें लगी हुई हैं। जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए शौचालय भी कम पड़ गए हैं। गांवों को जाने वाले तमाम रास्तों में ही लोग शौच करने को मजबूर हो रहे हैं। उधर, तमाम धर्मशालाएं, होटल व प्लेटफार्म खचाखच भर चुके हैं। लंगरों की वजह से चिंतपूर्णी के तमाम होटल व ढाबों पर सन्नाटा छाया हुआ है। लंगर संस्थाएं हर प्रकार के व्यंजन श्रद्धालुओं को परोस रहे हैं। मेला अधिकारी सुखदेव सिंह व एस.डी.एम. बचन सिंह ने बताया कि मेला क्षेत्र में दौरा कर सभी व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने माना कि भीड़ अधिक है लेकिन स्थिति नियंत्रित है।