मनकोटिया बोले- वीरभद्र अगर CM बने रहे तो हिमाचल आग में जलकर हो जाएगा राख

Friday, Jul 21, 2017 - 05:11 PM (IST)

कांगड़ा (नृपजीत निप्पी): राज्य पर्यटन विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद राज्य सरकार और मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के लिए सिरदर्द बन चुके मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने धर्मशाला में मीडिया से रू-ब-रू होते हुए मुख्यमंत्री पर हमला बोला है। उन्होंने कहा राज्य के हालात ऐसे हो गए हैं कि वीरभद्र अगर मुख्यमंत्री के रूप में और अरसा रहता है तो हिमाचल आग से जलकर राख हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यहां की जनता में गुड़िया रेप और उसकी हत्याकांड मामले में गुस्साई जनता का इतना रोष आक्रोश वह पहली बार देख रहे हैं। शिमला के लोग पहले कभी इतना भड़के नहीं थे शायद सेब सपोर्ट प्राईज के लिए कभी-कभी ऐसी एजिटेशन होती थी। उन्होंने कहा जो घटना वहां घटी है उसको तो राक्षश ही कर सकते थे। वहीं जनता की बातें सुनने में आ रही है कि बड़े उच्च स्तर के राजनीतिग्य और पुलिस के अधिकारी उन मुजरिमों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, जिन्होंने यह जघन्य अपराध किया है।


वीरभद्र ने बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया
उन्होंने कहा कि जिस नेपाली की जेल में हत्या हुई है उसकी पत्नी कई बयान दिए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग उसके घर आए थे और कह रहे थे कि यह सब आरोप उसका पति अपने ऊपर ले ले। 6 महीने के बाद तेरे पति को जेल से छुडबा लेंगे और आपको इतना धन दे देंगे की आप पूरी उम्र ऐश कर सकोगे। मनकोटिया ने कहा कि अगर मृतक की पत्नी के आरोप सही हैं तो यह कहना गलत न होगा कि वीरभद्र ने बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि यह क्या शाजिश है, इतनी बड़ी शाजिश तो मुंबई का अंडर वर्ल्ड दाऊद इब्राहीम और माफिया है वे भी नहीं करते हैं।  


इस सरकार को बर्खास्त कर यहां राष्ट्रपति शासन लागू करवाएं
मेजर ने कहा कि धर्मशाला में भी एक बार रेप कांड हुआ था, उन लोगों को भी इसी पुलिस अधिकारी ने क्लीन चिट दे दी थी, जो इस केस को देख रहा था। उन्होंने मुख्यमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा कि अब हालात वीरभद्र के हाथ में रहे हैं। पूरे प्रदेश की जनता भड़क उठी है। उन्होंने राज्य के राज्यपाल से आग्रह करते हुए कहा कि महामहिम अपना संबिधानिक कर्तव्य को निभाईये और राष्ट्रपति को सिफारिश कर इस सरकार को जल्द से जल्द बर्खास्त कर तुरंत यहां राष्ट्रपति शासन लागू करवाएं। उन्होंने कहा कि इस देवभूमि को राक्षस भूमि में बदलने का कोई अधिकार नहीं है। लेकिन आजकल बाहर की दुनिया भी देख रही है कि इस देवभूमि में देवी- देवताओं का वास होता है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र ने राज्य को बदनाम करके रख दिया और इसकी इज्जत मिट्टी में मिला दी।