कोटखाई मामले में मनकोटिया का CM पर बड़ा हमला, पढ़िए क्या कहा

Friday, Sep 01, 2017 - 07:27 PM (IST)

धर्मशाला: शुक्रवार को धर्मशाला में पत्रकार वार्ता के दौरान पूर्व मंत्री मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने कोटखाई मामले में बनाई गई एस.आई.टी. के साथ-साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर भी जमकर हमला बोला। सी.बी.आई. द्वारा गिरफ्तार किए गए आई.जी. सहित 8 पुलिस कर्मियों की एस.आई.टी. में नियुक्ति पर सवाल खड़े करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि एस.आई.टी. की नियुक्ति गृह मंत्री की अनुमति के बिना नहीं होती है तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री गृह मंत्री भी हैं तो इस सारे मामले की जवाबदेही मुख्यमंत्री की बनती है। उन्होंने कहा कि सी.बी.आई. द्वारा एस.आई.टी. के पुलिस अधिकारियों की गिरफ्तारी से साफ पता चलता है कि एस.आई.टी. ने इस मामले में निष्पक्ष जांच नहीं की है। उन्होंने आरोप लगाया कि सूरज की हत्या में इन्हीं लोगों का हाथ रहा होगा।

मुख्यमंत्री का हो नार्को टैस्ट
उन्होंने कहा कि सी.बी.आई. द्वारा गिरफ्तार किए गए एस.आई.टी. के अधिकारियों से पूछताछ के बाद प्रदेश के सी.एम. से भी पूछताछ करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसके इशारे पर एस.आई.टी. आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही थी। उन्होंने सी.बी.आई. से मांग की है कि अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री का नार्को टैस्ट किया जाए, जिसके बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि वीरभद्र यदि 10-15 दिन भी मुख्यमंत्री के पद पर रहते हैं तो प्रदेश का दिवालिया निकल जाएगा। उन्होंने कहा कि इस समय प्रदेश की फाइनांशियल लाइविल्टीज 50 हजार करोड़ से ऊपर निकल गई है और इसको देखते हुए प्रदेश के राज्यपाल को फाइनांशियल एमरजैंसी लगा देनी चाहिए। उन्होंने यहां तक कह दिया कि यदि कांग्रेस दोबारा वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में चुनाव लड़ती है तो कांग्रेस के डूबने के आसार हैं।  

मुख्य सचिव की नियुक्ति में वरिष्ठता नजरअंदाज
उन्होंने वरिष्ठता के आधार पर प्रदेश का मुख्य सचिव न बनाने पर भी मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव वी.सी. फारका से वरिष्ठ कई आई.ए.एस. ऑफिसर थे जिनको प्रदेश के मुखिया द्वारा पूरी तरह नजरअंदाज किया गया और आज वे आई.ए.एस. ऑफिसर केंद्र सरकार के महत्वपूर्ण ओहदों पर काबिज हैं।