मनकोटिया का गुस्सा फूटा, बोले- लालू और वीरभद्र परिवार में कोई फर्क नहीं

Friday, Jul 07, 2017 - 05:18 PM (IST)

शिमला : पर्यटन विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष पद से हटाए गए मेजर विजय सिंह मानकोटिया ने सीएम वीरभद्र सिंह के खिलाफ हमलावर तेवर अपनाते कहा इस राज्य में 80 फीसदी जनता उन्हें सीएम पद पर नहीं देखना चाहती। मुझे हटाने के बजाय जनहित में वीरभद्र सिंह को उनके पद से हटा दिया जाए । मानकोटिया ने कहा कि आज हिमाचल को बिहार बनाया जा रहा है वीरभद्र सिंह का परिवार बिहार के लालू यादव की तरह हो गया है, उनका पूरा परिवार आरोपी है।

कांग्रेस ने उन्हें आउटसोर्स पर रखा
मानकोटिया ने कहा कि सीएम के नेतृत्व में जितने भी चुनाव हुए, उसमें कांग्रेस को भारी हार मिली है। सीएम की पत्नी भी लोकसभा चुनाव हार गई और सीएम के विधानसभा हलके से भी बीजेपी को लीड मिली थी। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह कह रहे हैं कि वे सातवीं बार सीएम बनेंगे, लेकिन वे कैसे बनेंगे। उन्होंने दावा किया कि वे गेम चेंजर होंगे। उनका कहना था कि वे इनके दबाव में नहीं आते, बल्कि वे ही खुद मनाने आते हैं। बता दें कि उन्हें किसी के माध्यम से सीएम के मैसेज आए हैं कि प्रेस कॉंफ्रेंस न करें। लेकिन उन्होंने कहा वे प्रेस कांफ्रेंस करेंगे। यहां प्रेस कांफ्रेंस में मेजर मानकोटिया ने कहा कि सीएम ने दूसरी लाइन के नेता ही उभरने नहीं दिए और कांगड़ा में तो उन्होंने किसी को उभरने ही नहीं दिया। उन्होंने कहा कि धर्मशाला को दूसरी राजधानी बनाने का मामला क्लीयर नहीं है। वहीं दूसरी ओर उन्होंन कहा कि  4 माह को सारा अमला वहां शिफ्ट होना चाहिए। तभी उसका लाभ होगा। कांग्रेस ने उन्हें आउटसोर्स पर रखा है। हाईकमान से बात की है, लेकिन वह भी हैल्पलैस दिखती है।

जो सीएम बेल पर है 
बताया जा रहा है कि उन्हें हटाने का पत्र वो मुख्य सचिव दे रहे हैं जो खुद सीनियर अफसरों को नजरअंदाज कर बनाकर बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि वीसी फारका को कई सीनियर अफसरों से नजरअंदाज कर मुख्य सचिव बनाया गया था। मानकोटिया ने के मुताबिक, जो सीएम बेल पर है और जिसके खिलाफ ईडी और सीबीआई में मामले दर्ज हैं उनके खिलाफ वो पत्र निकलना चाहिए, जो राज्यपाल की ओर से उनके खिलाफ निकाला गया है। ऐसे में राज्यपाल को वीरभद्र सिंह के खिलाफ ऐसा पत्र जारी करना चाहिए।