मणिमहेश यात्रा : प्रशासन को इस वजह से गौरीकुंड के लिए बंद करनी पड़ीं उड़ानें, पढ़ें खबर

Thursday, Sep 13, 2018 - 08:31 PM (IST)

भरमौर: राधाष्टमी स्नान के लिए एक बार फिर से शिव भक्त भरमौर में जुटने लगे हैं। जम्मू-कश्मीर के भद्रवाह क्षेत्र के सैंकड़ों श्रद्धालु वीरवार को अपनी दैवीय छडिय़ों के साथ भरमौर मुख्यालय पहुंचे। इन श्रद्धालुओं ने हैलीपैड में अपनी व देव चिन्ह स्थापित कर दिए हैं। ये श्रद्धालु अगले 3 दिन तक यहीं ठहरेंगे। इस दौरान हैलीपैड से गौरीकुंड के लिए हैलीकाप्टर की उड़ानें बंद रहेंगी। 14 सितम्बर को जोग जातर की परंपरा पूरी करने पर आगे की यात्रा शुरू करेंंगे। संचूई गांव के शिव गुर शिवजी भगवान के प्रांगण में यात्रियों को आगे की यात्रा शुरू करने की अनुमति देने के लिए पंडाल पर वीरवार को बैठ गए हैं। इस दौरान भद्रवाह के यात्रियों ने वीरवार को भी अपने वाद्य यंत्रों पर चौरासी परिसर में जमकर नृत्य किया।

श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने पर हैलीपैड में ठहरने को दिया स्थान
ए.डी.एम. भरमौर पृथी पाल सिंह ने कहा कि श्रद्धालुओं की संख्या बहुत अधिक है, जिन्हें ठहराने के लिए प्रशासन व सरकार के पास पर्याप्त स्थान नहीं है। इसलिए इन्हें हैलीपैड में ठहरने की अनुमति प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि हैलीकाप्टरों को हैलीपैड के एक किनारे खड़ा कर दिया गया है। बाकी स्थान श्रद्धालुओं के लिए खाली रखा गया है। अब उड़ानें 14 सितम्बर तक ही संभव हो सकेंगी। वहीं हैलीकाप्टर की उड़ानें बंद होने के साथ ही एविएशन कंपनियों ने अपने टिकट बिक्री काऊंटर भी बंद कर दिए हैं।

श्रद्धालुओं के भरमौर पहुंचने का क्रम जारी
इसके अलावा श्रद्धालुओं को ठहराने के लिए राजकीय महाविद्यालय भरमौर भवन, युवक मंडल भरमौर भवन व साडा के सराय भवन में भी व्यवस्था की गई है। चौरासी मंदिर व ग्राम पंचायत भरमौर द्वारा पंचायत भवन में भी हजारों श्रद्धालुओं को आश्रय प्रदान करने के बावजूद श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए भरमौर की जमीन कम पडऩे लगी है। सैंकड़ों शिवभक्तों ने आसपास के गांवों बाड़ी, मलकौता व संचूई में भी रात्रि ठहराव के लिए पनाह ली है और भद्रवाही श्रद्धालुओं के भरमौर पहुंचने का क्रम जारी है।

Vijay