मणिमहेश में 30 साल बाद हजारों शिव भक्तों ने लगाई आस्था की डुबकी, जानिए वजह

Tuesday, Aug 15, 2017 - 04:50 PM (IST)

भरमौर: मणिमहेश में 30 साल बाद हजारों शिव भक्तों ने आस्था की डुबकी लगाई है। कृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर स्नान करने के लिए पिछले 3 दिनों से उमड़े शिव भक्तों के समूह ने मंगलवार को पवित्र व गर्म पानी में स्नान किया। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सोमवार रात 12 बजे कृष्ण भगवान के जन्म होने के बाद इस स्नान का महत्व शुरू हुआ। जो मंगलवार शाम 7 बजे तक जारी रहेगा। लगभग 30 वर्षों के बाद 15 अगस्त को आए इस गर्म स्नान में स्नान करने का सौभाग्य हजारों शिव भक्तों को प्राप्त हुआ। आमतौर पर कृष्ण जन्म के बाद ही इस स्नान का महत्व शुरू होता है।


30 वर्षों के बाद इस बार एक स्नान श्रावण महीने में आया
यह गर्म स्नान इसलिए माना जाता है कि जिस वर्ष होली फाल्गुन महीने में आती है तो उसे सुहागिन माना जाता है तो उस साल जन्माष्टमी का स्नान भी श्रावण महीने में ही आता है जिसे शिवजी भगवान का पवित्र महीना माना जाता है जिस वर्ष होली फाल्गुन महीने के बजाय चैत्र माह में आती है तो जन्माष्टमी भी भाद्रपद महीने में आती है। आम तौर पर मणिमहेश यात्रा के दोनों स्नान भाद्रपद महीने में ही आते रहे हैं जो 30 वर्षों के बाद इस बार एक स्नान श्रावण महीने में आया है जिसे शिवजी भगवान का महीना माना जाता है जिसमें स्नान करने का सौभाग्य इस बार यात्रा पर आए हजारों शिव भक्तों को प्राप्त हुआ है।