मणिमहेश में ज्यादा कमाई के चक्कर में लोगों की जिंदगी से हो रहा खिलवाड़, जानिए पूरा मामला

Thursday, Aug 29, 2019 - 10:57 AM (IST)

चंबा (विनोद): मणिमहेश में हैलीटैक्सी सेवा मुहैया करवाने वाली एक कंपनी अपने फायदे के लिए लोगों की जान को खतरे में डालने से गुरेज नहीं कर रही है। हैरानी की बात है कि कंपनी के इस खेल को प्रशासन मूकदर्शक बनकर देख रहा है। ऐसे में अगर कंपनी की इस कार्यशैली की वजह से किसी व्यक्ति की जान जाती है तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा, यह बात सबकी जुबान पर है। लोगों का कहना है कि कंपनी तो अपने फायदे के लिए लोगों की जान को खतरे में डाल रही है लेकिन प्रशासन की इस मामले में चुप्पी उसकी लापरवाही को जगजाहिर कर रही है। ऐसे में पुलिस-प्रशासन को इस मामले पर गंभीरता दिखानी चाहिए ताकि उसकी यह लापरवाही या फिर कंपनी का यह लालच किसी की जिंदगी पर भारी न पड़ जाए। 

यह बात उस समय सामने आई जब बुधवार को भरमौर-गौरीकुंड के बीच हवाई उड़ान सेवा शुरू हुई तो यह देखने में आया कि हवाई सेवा देने वाली कंपनी सवारियों को बिठाने से पूर्व और न ही सवारियों को उतारने से पहले अपने हैलीकॉप्टर की स्पीड को कम नहीं करती है। इस वजह से हैलीकॉप्टर के पंखे पूरी स्पीड के साथ काम कर रहे होते हैं तो इसी बीच हैलीकॉप्टर में सवार सवारियों को नीचे उतार दिया जाता है और इसी स्पीड के बीच सवारियों को इसमें बिठा भी लिया जाता है। हैरान करने वाली बात है कि इस स्थिति के चलते सुरक्षा के मानकों या दिशा-निर्देशों को कंपनी अपने फायदे के लिए नजरअंदाज किए हुए है।

सूत्रों की मानें तो कंपनी ऐसा इसलिए कर रही है कि ताकि स्पीड कम करने के चलते जहां उड़ान करने में समय अधिक खर्च होता है तो साथ ही तेल की खपत भी बढ़ जाती है। अपने इन्हीं फायदों को ध्यान में रखते हुए कंपनी लोगों की जान को जोखिम में डालने का काम कर रही है। जहां तक शिवभक्तों की बात करें तो वे अपने भोले के दर्शन करने के लिए इस कदर उत्सुक रहते हैं कि वे किसी भी खतरे को पूरी तरह से नजरअंदाज कर देते हैं। श्रद्धा में पूरी तरह से डूबे ऐसे शिवभक्तों की सुरक्षा का पूरा दारोमदार निश्चित तौर पर प्रशासन पर बन आता है। ऐसे में देखना होगा कि अब भी प्रशासन अपनी कुंभकर्णी निद्रा से जागता है या नहीं।
 

Ekta