कांग्रेस का घोषणा पत्र कल आएगा
Tuesday, Oct 31, 2017 - 08:13 PM (IST)
शिमला : हिमाचल प्रदेश में सियासी सरगर्मियां काफी तेज हो गई हैं, जहां भाजपा ने चंद रोज पहले अपना घोषणा पत्र शिमला में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लांच किया, वहीं कांग्रेस पार्टी भी कल अपना घोषणा पत्र लांच करेगी। इसको लेकर आधिकारिक घोषणा कांग्रेस पार्टी ने कर दी है। सूत्रों के मुताबिक इसकी घोषणा कांग्रेस के दिग्गज नेता और हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर करने वाले हैं।
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस को पछाडऩे के लिए अपने घोषणा पत्र में भ्रष्टाचार मुक्त सरकार से लेकर विकास को अपना मुद्दा बनाया है। वहीं गुडिय़ा रेप कांड के बाद बेटियों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने का ऐलान किया है, साथ ही होशियार सिंह के नाम से भी न्याय दिलाने की पहल करने की बात कही है। भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में हर वर्ग को साधने का प्रयाय किया है। इसमें ग्रेड तीन और चार में भर्तियों के दौरान पर्सनल इंटरव्यू नहीं लेने का भी फरमान जारी किया है। वहीं लोगों को नशे से बुरी आदतों से छुड़ाने के लिए भी नशा मुक्ति केंद्र खोलने की बात सामने रखी गई है। वेतनमान के लिए 4-9-14 के स्केल का अनुपालन किया जाएगा।
ये भी है शामिल
- हर पंचायत में जिम और खेल के मैदान बनाकर खेलकूद गतिविधियों को बढ़ाया जाएगा।
- 1992 में नियुक्त स्वयंसेवी प्राध्यापकों को सेवा लाभ देने हेतु नीति बनाई जाएगी।
- सरकारी कर्मचारियों को स्वास्थ्य कल्याण कार्ड दिया जाएगा।
- सरकारी कर्मचारियों को अच्छा प्रदर्शन के लिए प्रेरित करने को कर्मयोगी योजना शुरू की जाएगी।
- ठोस भर्ती एवं स्थानातंरण नीति बनाई जाएगी।
ये भी की घोषणा
- कर्मचारियों के भुगतान से संबंधित समस्याओं के लिए वेतन विवाद निवारण समिति का गठन किया जाएगा।
- कर्मचारी कल्याण बोर्ड का पुर्नगठन कर उसकी सिफारिशों पर विचार विमर्श किया जाएगा।
- प्रदेश के हर जिले में मिनी स्टेडियम और खेल अकादमी स्थापित की जाएंगी।
- उभरते हुए खिलाडिय़ों के लिए प्रति वर्ष अलग से उचित बजट का प्रावधान किया जाएगा।
- विवेकानंद युवा केंद्र खोलकर युवाओं की सामाजिक, रचनात्मक, सांस्कृतिक कार्यक्रम में भूमिका सुनिश्चित करेंगे।
- एनसीसी में सी प्रमाणपत्र प्राप्त करने पर छात्रवृत्ति के रूप में हर महीने सरकार एक हजार रुपये की राशि देगी।
- आईजीएमसी के मनोचिकित्सक विभाग को नशा मुक्ति समाधानों और उपचारों के विकास के केंद्र में रूप में विकसित करेंगे।
- जिला स्तरीय सरकारी अस्पतालों में मनोचिकित्सा विभाग के तहत नशा मुक्ति केंद्र खोले जाएंगे।