न बाली न सुक्खू कैसी लगेगी कांग्रेस की कश्ती पार

Wednesday, Nov 01, 2017 - 08:30 PM (IST)

शिमला:  हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए आज कांगेस ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। जहां इस मौके पर कांग्रेस पार्टी के कई दिग्गज नेता हाथों में चुनावी घोषणा पत्र पकड़े हुए हैप्पी नजर आ रहे थे, वहीं पार्टी के दो दिग्गज नेता जीएस बाली व कांग्रेस पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्र सिह सुक्खू भी मौके पर  नजर नहीं आये। प्रदेश कार्यालय राजीव गांधी भवन में घोषणा पत्र कमेटी के अध्यक्ष कौल सिंह ठाकुर ने इसे जारी किया।

इस दौरान राज्य कांगेस प्रभारी सुशील कुमार शिंदे, सह प्रभारी रंजीता रंजन, मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह मौजूद रहे। परिवहन मंत्री जीएस बाली व सुखविंद्र सिंह सुक्खू के इस मौके पर मौजूद न रहने से सियासी घमासान मचा हुआ है। दो दिग्गज नेताओं के इस मौके पर मौजूद न रहने पर विपक्ष को कांग्रेस पर वार करने का मौका मिल गया है। इस नाराजगी के चलते विपक्ष इस बात को लोगों के बीच ले जाने की तैयारी में है। चुनाव के दौरान इस तरह की गैरहाजिरी पार्टी के संगठित न होने की ओर भी इशारा कर रही है।

गौरतलब है कि दो ही दिग्गज नेता काफी समय से प्रदेश के सीएम वीरभद्र सिंह के खिलाफ विरोधी सुर अलापते हुए काफी देखे जा चुके हैं। इस बात से पार्टी को हाईकमान भी अनभिज्ञ नहीं है कि इन दोनों नेताओं की सीएम से कुछ आंतरिक रार है। कांग्रेस के इस मौके पर एकता न दर्शाने से वोट बैंक पर भी असर पडऩे के आसार नजर आ रहे हैं। हालांकि कांग्रेस पार्टी के राज्य प्रभारी सुशील कुमार शिंदे ने कमान संभाते ही इस दूरी को मिटाने का भरपूर प्रयास किया, लेकिन इनकी गैर हाजिरी इस बात की ओर संकेत हैं कि दाल में तो कुछ न कुछ काला है। विधानसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लगते से पहले भी सुक्खू ने अपने चुनाव क्षेत्र में सीएम वीरभद्र को कार्यक्रम में मौजूदगी पर विरोध जताया था।

वहीं बाली ने उद्घाटनों के दौर में अलग से ही नगरोटा बगवां में पार्टी हाईकमान के लिए कार्यक्रम अरेंज किये थे। इसमें बाली का वन मैन शो भी प्रदेश की जनता को नजर आया था।  उल्लेखनीय है कि रविवार को भाजपा का विजन डॉक्यूमेंट जारी किया गया था। इसके तीन दिन बाद 1 नवंबर यानी बुधवार को कांग्रेस घोषणा पत्र को संशोधित कर तैयार किया गया है। सूत्रों की मानें तो कौल सिंह ठाकुर घोषणा पत्र पर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के साथ कई बैठकें कर चुके हैं। कांग्रेस ने भाजपा के विजन डॉक्यूमेंट का जवाब, विकास होगा उम्मीद से ज्यादा से दिया। घोषणापत्र में कई वर्गों को लुभाने के लिए लोकलुभावन वादे हैं। बेरोजगारों को रोजगार देने पर जोर है। साथ ही किसान-बागवान और कर्मचारियों पर फोकस किया गया।