मंडी में शुरू हुआ तीसरा राज्य स्तरीय साइंस कांग्रेस, 140 प्रतिभागी ले रहे हैं भाग

Monday, Oct 22, 2018 - 05:43 PM (IST)

मंडी (नीरज): विज्ञान को आगे ले जाने और ग्रामीण स्तर तक इसके सही उपयोग को पहुंचाने की चर्चाओं के साथ आईआईटी मंडी में हिमाचल प्रदेश का तीसरा राज्य स्तरीय साइंस कांग्रेस सोमवार को शुरू हो गया। हिमकोस्ट और आईआईटी मंडी के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किए जा रहे तीसरे साइंस कांग्रेस का शुभारंभ इंडियन स्टैस्टिकल इंस्टिच्यूट कोलकाता की डायरैक्टर प्रो. संगामित्रा वंदोपाध्याय ने द्वीप प्रज्जवलित करके किया। दो दिवसीय साइंस कांग्रेस में पूरे प्रदेश के विभिन्न कालेजों से आए करीब 140 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।


समस्याओं को सांझा करके उनका समाधान निकाल सकते हैं
इस बार साइंस कांग्रेस को ’’रूरल अपलिफ्टिंग थ्रू साइंस एंड टैक्नोलॉजी इंटरवेन्शसं’’ थीम पर आयोजित किया जा रहा है जिसके माध्यम से साइंस को ग्रामीण परिवेश के साथ किस प्रकार सही ढंग से जोड़ा जा सके, इस विषय पर मुख्य रूप से चर्चा हो रही है। वहीं साइंस के क्षेत्र में नाम कमा चुके विशेषज्ञ यहां पर विभिन्न प्रकार की जानकारियों का आदान प्रदान करने आए हुए हैं। तीसरे राज्य साइंस कांग्रेस का शुभारंभ करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में आईएसआई कोलकाता की डायरैक्टर प्रो. संगामित्रा वंदोपाध्याय ने कहा कि इस प्रकार के सम्मेलनों से जानकारियों का सही आदान-प्रदान मिलता है और युवाओं को इस क्षेत्र में आगे बढऩे की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि यहां हम साइंस से संबंधित अपनी समस्याओं को सांझा करके उनका समाधान निकाल सकते हैं। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य स्थानीय और ग्लोबल प्रॉबलम को सुलझाना है। उन्होंने कहा कि साइंस के लिए कोई दीवारें नहीं होती और यह नदी की तरह प्रवाहित होता रहता है। वंदोपाध्याय ने कहा कि जब तक साइंस आगे नहीं जाएगी तब तक देश भी आगे नहीं जा सकता और इसके लिए इस क्षेत्र को सुदृढ़ करना बेहद जरूरी है।


दो दिवसीय सम्मेलन के पहले दिन अनुसंधानों पर चर्चा की गई
इस मौके पर आईआईटी मंडी के डायरैक्टर टीमोथी ए.गोंजाल्विस ने कहा कि यह सम्मेलन युवा वैज्ञानिकों के लिए काफी मददगार साबित होने वाला है। उन्होंने कहा कि दो दिवसीय सम्मेलन के पहले दिन अनुसंधानों पर चर्चा की गई है जबकि दूसरे दिन उद्योगों के बारे में चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि उद्योग की प्रॉडक्ट बनाकर लोगों तक पहुंचाते हैं इसलिए इस विषय पर चर्चा के साथ आगे कैसे बढ़ा जाए उस पर भी मंथन होगा। इस अवसर पर जीवी पंत यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टैक्नोलॉजी उत्तराखंड के वायस चांसलर डा. तेज प्रताप, हिमकोस्ट के सदस्य सचिव कुणाल सत्यार्थी और डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर सहित अन्य गण्यमान्य लोग भी मौजूद रहे और अपने विचार सांझा किए।

Kuldeep