6 दिन बाद भी मंडी-पठानकोट NH बहाल नहीं, मलबा हटाने में छूट रहे प्रशासन के पसीने

Thursday, Aug 17, 2017 - 03:20 PM (IST)

मंडी (नीरज): मंडी-पठानकोट एनएच पर कोटरोपी में हुए भीषण भूस्खलन ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इस भूस्खलन ने कदमों की दूरी को किलोमीटरों में बदल दिया है। अभी भी हालात सामान्य होते हुए नजर नहीं आ रहे हैं। एनएच पर मलबा इतना अधिक है कि उसे हटाने के लिए प्रशासन के पसीने छूट गए हैं। भारी मात्रा में मशीनरी भी बुलाई गई है लेकिन मलबे के बीच से अब पानी निकलने के कारण परेशानी और भी बढ़ गई है। इस इलाके का उपमंडल मुख्यालय पधर में है और स्कूल नारला में।  


लोगों को करना पड़ रहा भारी परेशानियों का सामना
स्कूल के बच्चों और कर्मचारियों सहित अन्य लोगों को टैक्सी करके पहले कोटरोपी पहुंचना पड़ रहा है, फिर वहां से पैदल मलबे को पार करना पड़ रहा है और फिर दूसरी तरफ पहुंचकर दूसरी टैक्सी का सहारा लेकर उपमंडल मुख्यालय या स्कूल तक पहुंच रहे हैं। ऐसे में धन और समय दोनों की बर्बादी हो रही है। गांव के ही लोगों की जमीन और गौशालाएं मलबे के आर-पार हैं, ऐसे में इन्हें भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पधर की तरफ जाने वाले और यहां से आने वालों ने प्रशासन से दोनों तरफ से बस सेवाएं चलाने की मांग उठाई है ताकि इन्हें टैक्सियों का सहारा लेकर परेशानियां न झेलनी पड़े। 


पानी निकलने के कारण मलबा हटाने में दिक्कतें आ रही
डीसी मंडी संदीप कदम ने बताया कि मलबे के बीच में पानी निकलने के कारण मलबा हटाने में दिक्कतें आ रही हैं लेकिन फिर भी इस काम को निरंतर जारी रखा गया है। उन्होंने बताया कि पठानकोट-मंडी नैशनल हाईवे के अभी खुलने की संभावना नहीं है। जब तक सारा मलबा नहीं हटाया जाता तब तक इसकी बहाली नहीं की जा सकती। उन्होंने बताया कि जिन स्कूलों तक जाने के लिए मलबे से होकर गुजरना पड़ रहा हैं वहां पर दो दिनों के लिए छुट्टी घोषित कर दी गई है। बता दें कि प्रशासन ने भूस्खलन के दोनों तरफ पुलिस बल को तैनात कर दिया है और बेवजह घूमने वालों पर भी रोक लगा दी गई है। यहां से सिर्फ उन्हीं लोगों को जाने दिया जा रहा है जिनके यहां पर घर है। जो लोग घूमने के मकसद से यहां पर आ रहे हैं उन्हें आगे जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।