भाखड़ा बांध के लिए जिस गांव ने दी कुर्बानी, आज वो पानी की एक-एक बूंद का हुआ मोहताज

Wednesday, May 02, 2018 - 01:55 PM (IST)

बिलासपुर (मुकेश): गर्मियों की शुरुआत में ही सूबे में पानी की किल्लत गहराने लगी है पानी की समस्या को लेकर मैदानी इलाकों में हाहाकार मचा हुआ है। बिलासपुर की नौणी पंचायत के मंडी माणवां गांव में पिछले 10 दिन से पानी की रुक-रुक कर हो रही सप्लाई से लोग परेशान हो चुके हैं। इसी के विरोध में उन्होंने नेशनल हाईवे किनारे खाली घड़े रखकर रोष प्रदर्शन किया है। साथ ही आईपीएच विभाग, स्थानीय प्रशासन के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। 


ग्रामीणों का कहना है कि हालांकि पिछले कई वर्षों से पानी की समस्या ने परेशान कर रखा हैं, लेकिन अब कुछ समय से पानी की अनियमित आपूर्ति खासा परेशान कर रही है। वहीं उन्हें जरूरत पूरी करने के लिए प्राकृतिक पेयजल स्रोतों व हैंडपंपों की दौड़ लगानी पड़ रही है। स्थानीय निवासी रमेश चंद ने बताया कि मंडी माणवां गांव भाखड़ा विस्थापित लोगों का गांव हैं और इन लोगों ने देश को रोशन करने की खातिर अपने घर बार सब कुछ कुर्बान किया है, लेकिन बदले में कुछ भी नहीं मिल सका। 


नौणी ग्राम पंचायत प्रधान निर्मला राजपूत ने बताया कि पांच सितंबर 2016 को पब्लिक टैप कनेक्शन के लिए एक प्रस्ताव पारित कर विभाग को प्रेषित किया गया था, लेकिन आज दिन तक इस संदर्भ में कोई आगामी कार्यवाही नहीं की गई। बोर कर तैयार की गई स्कीम आज जंग खा रही है। पुरानी स्कीम की जंग खा रही 100 से अधिक पाईपों को बदलने के लिए कुछ समय पहले भेजे गए एस्टीमेट पर विभाग द्वारा गौर नहीं किया गया। अब गर्मी के इस मौसम में पानी का संकट पैदा हो गया है, जिससे ग्रामीण त्रस्त हैं। 
 

Ekta