मनाली-रोहतांग मार्ग दलदल में तब्दील, प्रशासन ने रात को सफर न करने की हिदायत दी

Thursday, Sep 05, 2019 - 11:59 AM (IST)

मनाली (सोनू): मनाली-लेह मार्ग पर रोहतांग और ग्राम्फू के बीच सड़क की हालत खस्ता हो गई है। मढ़ी के समीप भी भू-स्खलन का क्रम लगातार जारी है। सड़क की हालत खस्ता होने से वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मनाली-लेह मार्ग पर दर्जन से अधिक स्थानों पर सड़क की हालत दयनीय बनी हुई है। रोहतांग से ग्राम्फू तक सड़क अति दयनीय हालत में है।

बी.आर.ओ. ने एक दशक पहले मनाली-लेह के सरचू तक 224 किलोमीटर लम्बी इस सड़क की चौड़ाई का कार्य शुरू किया था। 10 वर्ष बीत जाने के बाद भी सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस मनाली-लेह मार्ग की हालत नहीं सुधर पाई है। लेह से सरचू तक बी.आर.ओ. की हिमांक परियोजना सड़क का कार्य देख रही है जबकि सरचू से मनाली तक दीपक परियोजना को जिम्मा दिया गया है।

हिमांक परियोजना ने 4 वर्ष पहले ही सड़क को चकाचक कर लिया था लेकिन दीपक परियोजना 10 वर्ष बाद भी सरचू-मनाली सड़क को चकाचक नहीं कर पाई है। बी.आर.ओ. कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया कि बरसात अधिक होने से सड़क की हालत खस्ता हुई है। बी.आर.ओ. ने सभी जगह सड़क मुरम्मत का कार्य शुरू कर रखा है। मनाली-सरचू मार्ग पर 80 प्रतिशत सड़क को चकाचक कर लिया है। शेष भाग पर युद्धस्तर पर कार्य जारी है।

क्या कहते हैं चालक

वाहन चालकों दलीप, सुमित, निखिल, किशन, टशी पलजोर, रोहित व दोरजे ने बताया कि रोहतांग से ग्राम्फू तक 12 किलोमीटर सड़क की हालत दयनीय हो गई है। उन्होंने बताया कि वाहन कीचड़ में धंस रहे हैं जिस कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि वे पिछले डेढ़ दशक से इस सड़क पर वाहन चला रहे हैं। उन्होंने बताया कि बी.आर.ओ. की हिमांक व दीपक परियोजना ने एक साथ मनाली-लेह मार्ग को बेहतर बनाने का कार्य शुरू किया था। लेह की ओर से सड़क की हालत बेहतर हो गई है जबकि मनाली की ओर से 10 वर्ष बीत जाने के बाद सड़क की हालत दयनीय है। उन्होंने बी.आर.ओ. से आग्रह किया कि सरचू-मनाली सड़क को भी समय पर बेहतर बनाया जाए ताकि सैलानी सुहाने सफर का आनंद ले सकें।
 

kirti