मनाली में माइनस तापमान में बर्फ हटा रहे BRO जवान

Thursday, Mar 23, 2017 - 01:00 PM (IST)

मनाली: सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मनाली-लेह मार्ग पर इस बार पिछले साल की अपेक्षा अधिक बर्फबारी हुई है। इस बार पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी ने बी.आर.ओ. को समय पर रोहतांग बहाल करने को चुनौती दे डाली है। बी.आर.ओ. लाहौल घाटी में भी सड़कों को बहाल नहीं रख पाया है। लाहौल घाटी की मुख्य सड़कें बहाल न होने से लोगों को मीलों पैदल चलकर अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ रहा है। हर साल बी.आर.ओ. पहली मार्च को मनाली के गुलाबा और लाहौल के तांदी से मार्ग बहाली की शुरूआत करता रहा है। मनाली की ओर से बी.आर.ओ. 1 मार्च से गुलाबा से मार्ग बहाली को हरी झंडी देता रहा है लेकिन इस बार बी.आर.ओ. वीरवार को गुलाबा से विधिवत शुरूआत करेगा। 


माइनस तापमान में बर्फ हटाने का काम जारी
मनाली की ओर गुलाबा, राहला फाल, ब्यासनाला, मढ़ी और राहनीनाला में बर्फ के ऊंचे ढेर लगे हैं। इसी तरह लाहौल की ओर तांदी से कोकसर तक दर्जन से अधिक नालों में एवलांच आने से स्थिति और भी खराब हो गई है। भारी बर्फबारी से लेह मार्ग बहाली बी.आर.ओ. के लिए चुनौती से कम नहीं होगा। बी.आर.ओ. की मानें तो पिछले साल की अपेक्षा इस साल फरवरी महीने में अधिक बर्फबारी हुई है तथा मौसम के खराब रहने से काम बाधित रहा है। सीमा सड़क संगठन के लैफ्टिनैंट कर्नल मयंक मेहता ने बताया कि कल हम गुलाबा से पूजा-अर्चना करने के बाद विधिवत शुरूआत कर रहे हैं। हालांकि रोहतांग दर्रे में इन दिनों माइनस तापमान में बर्फ हटाना बी.आर.ओ. के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है क्योंकि तेज हवाओं के साथ बर्फ का उठना जारी है लेकिन फिर भी सीमा संगठन के जवानों के हौसले बुलंद हैं। रोहतांग दर्रे में अधिक बर्फबारी होने से बी.आर.ओ. के जवानों को भी परेशानी उठानी पड़ रही है। बी.आर.ओ. के जवानों ने माइनस तापमान में भी ठंड से बेपरवाह रोहतांग की तरफ बर्फ हटाने का काम जारी रखा।